Kanjhawala Death Case:पुलिस आज आरोपितों को कोर्ट में पेश कर रिमांड बढ़ाने की मांग करेगी..
दिल्ली के सुल्तानपुरी क्षेत्र में सड़क हादसे में युवती की दर्दनाक मौत के मामले में सभी आरोपितों की पुलिस रिमांड आज बुधवार को खत्म हो रही है। इसे देखते हुए पुलिस आज आरोपितों को कोर्ट में पेश कर रिमांड बढ़ाने की मांग करेगी।
नव वर्ष पर दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र में 20 वर्षीय युवती को कार से करीब 11 किमी तक घसीटकर मार डालने की दर्दनाक घटना को लेकर राजधानी सहित देशभर में लोगों में आक्रोश है। पुलिस सवालों के घेरे में है तो इसकी गूंज गृह मंत्रालय तक पहुंच गई है।
इस मामले में आज बुधवार आरोपितों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले सोमवार को दिल्ली के रोहिणी कोर्ट ने पांचों आरोपितों मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्णन और मिथुन को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। वहीं, पुलिस ने कोर्ट से आरोपितों के लिए पांच दिन की रिमांड मांगी थी।
क्या करते हैं आरोपित?
आरोपित दीपक ग्रामीण सेवा की बस चलाता है। अमित खन्ना उत्तम नगर में क्रेडिट कार्ड बनाने का काम करता है। कृष्ण कनाट प्लेस के स्पेनिश कल्चर सेंटर में काम करता है। मिथुन नारायणा में हेयर ड्रेसर व मनोज मित्तल इलाके में राशन डीलर का काम करता है। मनोज मंगोलपुरी वार्ड का सह संयोजक भी है।
घटना से पहले अंजलि ने की थी पार्टी
जांच में पता चला है कि अंजलि ने घटना के चंद घंटे पहले पूठकलां गांव स्थित ओयो होटल में पार्टी की थी। पुलिस टीम ने होटल का रजिस्टर जब्त कर जांच की तो पता चला कि अंजलि और दोस्त निधि वहां पहले भी कई बार आ चुकी थीं। मोबाइल फोन लोकेशन और फुटेज से काफी कुछ साफ हुआ और पुलिस निधि तक पहुंची।
निधि ने स्वीकार किया कि घटना से पहले अंजलि के साथ वह भी होटल गई थी। निधि ने बताया कि सुल्तानपुरी में जब बलेनो कार से स्कूटी की टक्कर हुई तो डर के कारण वह घर चली गई थी और किसी को कुछ नहीं बताया था। हादसे में गलती कार सवारों की थी। हालांकि, आरोपितों ने पुलिस को बताया है कि स्कूटी सड़क पर लहरा रही थी, जिसकी वजह से टक्कर हुई।
लगातार चिल्ला रही थी अंजलि, नहीं रोकी कार
सुल्तानपुरी कांड की पीड़िता अंजलि की सहेली निधि का कहना है कि अंजलि लगातार चिल्ला रही थी, लेकिन कार नहीं रोकी गई। घटना के बाद उसका दिमाग काम नहीं कर रहा था। एक समय तो लगा कि अंजलि को बचाने की कोशिश करूं, लेकिन डर के कारण ऐसा नहीं किया। घर जाकर भी सोचने लगी कि क्या करूं? मेरी किस्मत अच्छी थी कि मैं बच गई। 31 दिसंबर की रात ओयो होटल में पार्टी की थी।
होटल में उसके साथ पुरुष मित्र और अन्य दोस्त थे। वह आठ बजे होटल गई थी और देर रात करीब पौने दो बजे निकल गई थी। होटल से बाहर निकलने पर अंजलि कह रही थी कि वह स्कूटी चलाएगी। वह नशे में थी, इसलिए उसकी अंजलि से स्कूटी चलाने को लेकर हाथापाई हो गई थी। रास्ते में एक जगह ट्रक से टक्कर हो जाती। उस हादसे से बचने के बाद मैंने उसे कहा कि मैं स्कूटी चलाऊंगी। उसके तुरंत बाद ही आगे जाकर उन लोगों की कार से टक्कर हो गई।
कार के शीशे काले थे जिससे अंदर कुछ नहीं दिखाई दिया कि कितने युवक थे। निधि का कहना है कि 10 दिन पहले किसी दोस्त के माध्यम से अंजलि से उसकी मुलाकात हुई थी और उसके बाद नया साल साथ मनाने और पार्टी की तैयारी की थी। घटना के दिन पहले अंजलि मेरे घर सुल्तानपुरी आई। उसके बाद मैं उसके साथ रोहिणी के लिए निकली थी। वहां से मैं अंजलि के घर गई और तैयार होकर होटल गए। अंजलि ने वहां दोस्तों को बुलाया था।
कोर्ट में दर्ज हुआ बयान
विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि जिस समय घटना घटी, उस समय अंजलि के साथ उसकी सहेली निधि भी थी। टक्कर लगने के बाद उसे कोई चोट नहीं आई थी। पुलिस की कई टीमें इस मामले की जांच में जुटी हैं।
परिणाम यह रहा कि पुलिस को एक चश्मदीद मिल गया। वह जांच में सहयोग कर रही है। संबंधित कोर्ट में बयान दर्ज करा दिया गया है। जांच में यह महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। अभी जांच प्रारंभिक स्तर पर है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है। आरोपितों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी।