रोजाना की डाइट में अरहर की दाल कुछ बीमारियों में नहीं खाना चाहिए, जानें ..
अरहर की दाल प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। खासतौर पर वेजिटेरियन लोगों को रोजाना अरहर की दाल खाने की सलाह दी जाती है। उत्तर भारत और आसपास के एरिया में रोजाना की दाल में अरहर खाना लोग पसंद करते हैं। प्रोटीन से भरपूर ये दाल भले ही सेहत के लिए फायदेमंद हो लेकिन कुछ लोगों को इस दाल को खाने से बीमारियों का खतरा रहता है। हर फूड की तरह ही अरहर की दाल को खाने के भी कुछ फायदे और कुछ नुकसान हैं।
अरहर की दाल को खाने के फायदे
अरहर की दाल में प्रोटीन के साथ ही पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फाइबर, सोडियम भरपूर मात्रा में होता है।
इसे खाने से वजन घटाने में मदद मिलती है। प्रोटीन से भरपूर होने की वजह से अरहर की दाल खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है।
जिन लोगों को बीपी हमेशा एक जैसा नहीं रहता उन्हें खाने में अरहर की दाल को जरूर शामिल करना चाहिए। ये हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद करता है।
अरहर की दाल पाचन तंत्र के लिए भी सुरक्षित है। फाइबर की पर्याप्त मात्रा होने की वजह से ये आसानी से पच जाती है और गैस, अपच की दिक्कत नहीं होती है।
डायबिटीज के मरीज भी अरहर की दाल को थोड़ी मात्रा में खा सकते हैं। इसके पौष्टिक तत्व ब्लड शुगर को कंट्रोल करते हैं।
अरहर की दाल खाने के नुकसान
अरहर की दाल भले ही सेहत से भरपूर हो लेकिन कुछ लोगों के शरीर में इसका दुष्प्रभाव देखने को मिलता है।
अगर किसी को यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या है तो उन्हें अरहर की दाल खाने से पूरी तरह से बचना चाहिए।
अरहर की दाल को किडनी की बीमारियों में भी खाने से बचना चाहिए।
अगर दाल खाने के बाद किसी तरह की एलर्जी हो जाती है तो फौरन अरहर की दाल को खाना बंद कर दें।
जिन लोगों को पाचन संबंधी दिक्कत हैं उन्हें रात में अरहर की दाल नहीं खानी चाहिए। इससे गैस और अपच की समस्या हो जाती है।