कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, जानते हैं कैंसर में पेन के प्रकार-
टिशू डैमेज के कारण अनुभव होने वाला एहसास ही दर्द की परिभाषा है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कैंसर होने पर कितने तरह के दर्द महसूस हो सकते हैं। दरअसल कैंसर मरीजों के लिए दर्द, कभी भी एक प्रारंभिक लक्षण नहीं हो सकता। जब कैंसर एक या अनेक अंगों में ज्यादा फैल चुका होता है, तब दर्द का एहसास होता है। कैंसर के दौरान होने वाले दर्द के कई प्रकार हो सकते हैं। इस लेख में हम कैंसर में दर्द के प्रकार जानेंगे। कैंसर विश्व दिवस के मौके पर इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. एक्यूट पेन- Acute Pain
एक्यूट पेन का मतलब है ऐसा दर्द जो थोड़े समय के लिए महसूस हो। ये दर्द कभी भी महसूस हो सकता है और समय के साथ समस्या बढ़ भी सकती है। कैंसर के इलाज क दौरान कीमोथेरेपी के कारण भी मरीज को दर्द महसूस हो सकता है।
2. क्रॉनिक पेन- Chronic Pain
क्रॉनिक पेन 3 महीने से ज्यादा समय के लिए शरीर में बना रहता है। क्रॉनिक पेन की तीव्रता तेज होती है इसलिए इसे बर्दाश करने के लिए डॉक्टर थेरेपी या दवा देते हैं। कैंसर के मरीजों को क्रॉनिक पेन की समस्या हो सकती है।
3. सोमैटिक पेन- Somatic Pain
सोमैटिक पेन, शरीर के टिशूज में होता है। इसे मांसपेशियों में दर्द के नाम से भी जाना जाता है। जैसे मसल्स, हड्डियां, जोड़े, लिगामेंट्स आदि में होने वाला दर्द इस श्रेणी में आता है। ये दर्द शरीर के अंदरूनी अंगों में नहीं होता लेकिन उन अंगों के आसपास मौजूद टिशूज में हो सकता है।
4. न्यूरोपैथिक पेन- Neuropathic Pain
न्यूरोपैथिक पेन को नसों में दर्द के नाम से भी जाना जाता है। न्यूरोपैथिक पेन होने पर जलन या झुनझुनाहट जैसा एहसास होता है। नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्या या ब्रेन कैंसर में ऐसे लक्षण नजर आ सकते हैं। कैंसर ट्यूमर बढ़ने से नसों में होने वाले दर्द को इस श्रेणी में रखा जाता है।
5. विसरल पेन- Visceral Pain
विसरल (visceral) पेन को पेट के हिस्से में दर्द के नाम से भी जाना जाता है। विसरा (viscera) एक तरह के मुलायम इंटरनल अंग होते हैं। जैसे चेस्ट, पेट, पेल्विस आदि। विसरल पेन इस अंगों में हो सकता है। इन अंगों में होने वाले दर्द की सही पोजिशन का पता लगाना मुश्किल होता है।
दर्द का कारण कैंसर है या नहीं?
ऊपर बताए गए दर्द के प्रकार हम सभी को कभी न कभी महसूस हुए होंगे लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि हमें कैंसर है। आखिर कैंसर में होने वाले दर्द को कैसे पहचानें? घबराएं नहीं दर्द के दौरान इन बातों पर गौर करें-
- कैंसर में होने वाला दर्द रात के दौरान ज्यादा होता है।
- दर्द के साथ वेट लॉस, ब्लीडिंग, बुखार जैसे लक्षण नजर आना।
- और असहनीय कमर या पीठ का दर्द आदि।
दर्द के कारण कैंसर ट्रीटमेंट से घबराएं नहीं। ज्यादा तेज होने वाले दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर दवाएं देते हैं। असहनीय दर्द महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।