विद्युतकर्मियों की मांग जायज, उन्हें पूरा करे सरकार- मा0 एमएलसी आशुतोष सिन्हा।
वाराणसी। प्रदेश में विद्युत कर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी सहित पूरे प्रदेश में विद्युत व्यवस्था चरमरा जाने से व्याप्त जनाक्रोश को देखते हुए आज वाराणसी में समाजवादी पार्टी के *एमएलसी श्री आशुतोष सिन्हा* के नेतृत्व में सपा प्रतिनिधि मण्डल ने बदहाल विद्युत व्यवस्था को जनहित में तत्काल बहाल करने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन पत्र जिलाधिकारी वाराणसी को सौंपा, जिसे जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के तौर पर एसीएम प्रथम को देते हुए आशुतोष सिन्हा ने विद्युतकर्मियों को मांगों को पूरा करते हुए चरमराई विद्युत व्यवस्था को बहाल करने की मांग की। जैसा कि आपको ज्ञात है कि पूरे प्रदेश के विद्युत विभाग के कर्मी अपनी जायज मांगों को लेकर 72 घंटों की हड़ताल पर गए हुए हैं,लेकिन उत्तर प्रदेश की संवेदनहीन सरकार ने विद्युत व्यवस्था की बहाली के लिए कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नही की, जिससे पूरे वाराणसी में विद्युत व्यवस्था से बेहाल नागरिक व आम जनता सभी मर्माहत हैं और दिनचर्या का कार्य न हो पाने से भारी जन आक्रोश व्याप्त है।एमएलसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की तानाशाही सरकार ने विद्युत कर्मियों के जायज मांगों पर विचार नहीं किया और हड़ताल हो जाने से जो छात्रों की बोर्ड की परीक्षा चल रही है उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है, चिकित्सा व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई है, यहां तक कि जो बुजुर्ग एवं गर्भवती महिलाएं हैं तथा ऑपरेशन करने में भी चिकित्सीय परेशानियों का सामना करना पड़ा है, साथ ही साथ बुनकर भाइयों, छोटे, मझौले व बड़े के सभी कल कारखाने बंद होने से पूरा व्यापार ठप्प पड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार विद्युतकर्मियों के साथ बहुत ही ग़लत बर्ताव कर रही है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के साथ सरकार द्वारा किए गये 14 बिन्दुओं पर लिखित समझौते के क्रियान्वयन हेतु 15 दिनों का समय निर्धारित किया गया था, परन्तु उक्त समझौते पर अभी तक सकारात्मक कार्यवाही नही हो पाई है तथा संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा अपने विभिन्न पत्रों के माध्यम से सरकार से इस समझौते की सहमति के क्रियान्वयन का अनुरोध भी किया गया परन्तु उनके पत्र पर भी कोई सुनवाई नही हुई, जिससे निराश होकर विद्युत कार्मिक कार्य बहिष्कार एवं सांकेतिक हड़ताल हेतु बाध्य हुए। सपा प्रतिनिधि मण्डल ने अपने ज्ञापन के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग किया कि वह अपने तानाशाही रवैया को छोड़कर विद्युत कार्मिकों की चौदह सूत्रीय मांगों पर हुए समझौते का क्रियान्वयन यथाशीघ्र करायें, जिससे कि विद्युत कर्मचारी पूर्ण मनोयोग से सूबे की जनता को बेहतर विद्युत सेवा प्रदान कर सकें।ज्ञापन सौंपने वाले सपा प्रतिनिधि मण्डल में मुख्य रूप से प्रदीप जायसवाल, विजय जायसवाल, डॉक्टर संजय सोनकर, श्रीमती पूजा यादव, दीपचंद गुप्ता, आयुष यादव,रिजवान खान, अतुल श्रीवास्तव,मोहम्मद जीशान कलाम,रमाकांत जायसवाल, मोहम्मद कैफ मोहम्मद, रिजवान खान, विजय वाधवानी,अर्पित श्रीवास्तव,रवि जायसवाल, अंजनी सिंह पटेल, इमरान खान, होरी लाल गुप्ता आदि लोग सम्मिलित थे।