उत्तराखंड में पिछले चार दिन से जारी बेमौसम बारिश ने किसानों और बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेरा
उत्तराखंड में पिछले चार दिन से जारी बेमौसम बारिश ने किसानों और बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मैदानी क्षेत्र में गेहूं और सरसों की फसल खेतों से बिछ गई है। जबकि, मैदान में आम और पहाड़ पर सेब, आड़ू, पुलम समेत बागवानी की अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
बारिश के कारण हरिद्वार, रुड़की समेत कई नगरों में बिजली की आपूर्ति लड़खड़ा गई। देहरादून में स्मार्ट सिटी का काम रोकना पड़ा।बारिश-ओलों के कारण लौटी सर्दी से अस्पतालों में सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीजों का तांता लगा है।
फसलों और सेहत को नुकसान: बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की खड़ी फसल बिछ गई। मटर, गोभी, आलू, आडू, पुलम, खुमानी, सेब और नाशपाती की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। उधर, वरिष्ठ फिजीशियन डा. नारायणजीत सिंह एवं डा. एनएस बिष्ट ने बताया कि तापमान में उतार चढ़ाव से इम्युनिटी कमजोर होती है। इससे वायरल फीवर, खांसी, जुकाम, गले में संक्रमण हो सकता है।
चारधाम में बर्फबारी जारी: मंगलवार को बदरीनाथ में तीन इंच और हेमकुंड में चार इंच तक ताजा बर्फ गिरी है। गंगोत्री धाम, मुखबा, धराली, हर्षिल, झाला, यमुनोत्री, खरसाली में बर्फबारी जारी है। केदारनाथ में जारी बर्फबारी से यात्रा की तैयारियों के काम में बाधा उत्पन्न हो गई है। लिंचौली से केदारनाथ के बीच रास्ता बंद होने से मजदूर आवाजाही नहीं कर पा रहे हैं। डीडीएमए के ईई प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि विभाग के 400 मजदूर पैदल रास्ते से दोबारा बर्फ हटाने के लिए मौसम खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
पूर्णागिरि यात्रा रोकनी पड़ी
मंगलवार सुबह पांच बजे बाटनागाड़ में मलबा और पत्थर आने से पूर्णागिरि यात्रा को पांच घंटे तक रोकना पड़ा। जबकि, चमोली जिले के देवाल में भूस्खलन से देवाल खेता मोटर मार्ग पर यातायात बंद हो गया। देवाल-वाण मार्ग जलभराव और मलबे के कारण बार-बार बंद होता रहा। उधर, टिहरी में पहाड़ी से बोल्डर गिरने के कारण छतियारा-खवाड़ा मोटर मार्ग आठ घंटे बंद रहा।
बारिश-ओलावृष्टि से नुकसान का सर्वे शुरू
कृषि निदेशक गौरीशंकर ने बताया कि फसलों को हुए जिलावार नुकसान का ब्योरा जुटाया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है दो से तीन दिन के भीतर तस्वीर साफ हो जाएगी। दूसरी तरफ, उद्यान निदेशक डॉ. एचएस बवेजा ने बताया कि सभी डीएचओ से बागवानी को हुए नुकसान की रिपोर्ट मांग ली गई है।