गाजियाबाद में रैपिड रेल के प्राथमिक खंड पर परिचालन के सिस्टम हुए तैयार
गाजियाबाद में रैपिड रेल (Rapid Rail) के प्राथमिक खंड पर परिचालन के सिस्टम तैयार कर लिया गया है। रात में भी रेल को 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से सफलतापूर्वक परीक्षण करके देख लिया गया है।
अब कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी ( सीएमआरएस) से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। वहां से अनुमति मिलते ही ट्रेन चलाने की तिथि तय होगी। फिलहाल 31 मार्च तक रैपिड रेल परिचालन मुश्किल है। यात्रियों को रैपिड में सफर करने के लिए अप्रैल या मई तक इंतजार करना पड़ सकता है।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर रैपिड रेल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मेरठ तक 82 किलोमीटर लंबे खंड में 10 हजार से ज्यादा मजदूर निर्माण कार्य में जुटे हैं। मेरठ में चार सुरंग तैयार हो गई हैं। साहिबाबाद में भी सुरंग बनाने का काम तेजी से चल रहा है। वहीं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई तक रैपिड रेल चलाने के सभी सिस्टम तैयार कर लिए हैं।
ट्रैक के साथ सिग्नल का परीक्षण भी पूरा हो गया है। सिग्नल नियमित रूप से काम कर रहे हैं। प्राथमिक खंड के पांचों स्टेशन पर स्क्रीन डोर लगा दिए हैं। यह स्क्रीन डोर ट्रेन के स्टेशन पर आने के बाद ही खुलेंगे। यह ट्रायल भी कर लिया गया। एनसीआरटीसी का दावा है कि परिचालन से पहले की सभी तैयारी पूरी हो गई हैं। अब सीएमआरएस से हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। इसके लिए आवेदन कर दिया गया है। उम्मीद है कि सीएमआरएस जल्दी कॉरिडोर का निरीक्षण कर सकता है।
रात में भी 180 की रफ्तार से दौड़ी रेल : रैपिड रेल को रात के समय ट्रैक पर 180 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ाया गया। रात के समय भी कोई तकनीकी खामी सामने नहीं आ सकी। दो स्टेशन के बाहर सड़क और पार्किंग तैयार कर ली हैं। सभी स्टेशन पर लिफ्ट और सीढ़िया तैयार हैं।
परिचालन के साथ निर्माण कार्य चलता रहेगा
प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई 17 किलोमीटर लंबा है। इसमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन हैं। साहिबाबाद स्टेशन तैयार हो गया है। एनसीआरटीसी के अधिकारी ने बताया कि स्टेशन पर जो काम रह गया है उससे रेल परिचालन में कोई दिक्कत नहीं होगी।
परिचालन की तिथि उच्च स्तर से तय होगी
1. प्राथमिक खंड 17 किलोमीटर लंबा है। डीपीआर के अनुसार यह खंड इस साल जून तक बनकर तैयार होना है। लेकिन जून से पहले ही निर्माण कार्य पूरा हो गया है। इसलिए 31 मार्च तक रैपिड रेल चलाने की तैयारी थी।
2. सीएमआरएस ने अभी ट्रैक का फाइनल निरीक्षण नहीं किया है। एनसीआरटीसी सूत्रों ने बताया कि प्राथमिक खंड पर परिचालन की तिथि उच्च स्तर पर ही तय होगी। उम्मीद है अप्रैल में यात्रियों के लिए ट्रेन का परिचालन हो सके।
एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया, ”प्राथमिक खंड पर रैपिड रेल परिचालन के लिए तैयार है। कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी के लिए आवेदन कर दिया है। प्राथमिक खंड पर रैपिड रेल चलाने की अवधि जून तक है। इससे पहले ही परिचालन शुरू हो जाएगा।”