सर्दी-खांसी से बचने के लिए एक्सपर्ट के सुझाए अनुसार नीम जूस को अपनी डाइट में करें शामिल-
नीम की पत्तियां स्वाद में जितनी कड़वी होती हैं सेहत के लिए इनके फायदे उतने ही ज्यादा होते हैं। बसंत ऋतू का मौसम खुद को डिटॉक्सीफाई करने का होता है इस दौरान आप अपने शरीर को पूरी तरह से डिटॉक्सीफाई कर खुदको विभिन्न प्रकार के इन्फेक्शन से प्रोटेक्ट कर सकती हैं। बदलते मौसम में सभी सर्दी-खांसी, वॉयरल फ्लू, रेस्पिरेटरी, स्किन और हेयर प्रोब्लेम्स से परेशान हो जाते हैं। ऐसे में इस मौसम नीम की ताज़ी पत्तियां आपकी मदद कर सकती है। इनमें मौजूद प्रॉपर्टी आपके शरीर को विभिन्न प्रकार के संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है।
आयुर्वेदा एक्सपर्ट डॉ चैताली राठौड़ ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिये इस मौसम संक्रमण से बचाव के लिए नीम के फायदे बताये हैं। साथ ही नियमित रूप से नीम की पत्तियों से बने जूस (neem leaves juice benefits) का सेवन करने की सलाह दी है।
पहले जानें संक्रमण में कैसे काम करता है नीम का जूस (neem leaves juice benefits)
1. ब्लड को डिटॉक्सीफाई करती हैं
नीम में निम्बिन, क्वेरसेटिन नामक एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी, एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी पाई जाती है। इसके साथ ही यह यह विटामिन सी का एक बेहतरीन स्रोत है। इसका सेवन शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और आपके खून को डिटॉक्सीफाई करता है। ऐसे में खून की गन्दगी की वजह से त्वचा, बाल एवं अन्य प्रकार के संक्रमण का खतरा नहीं होता। साथ ही यह ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ावा देता है जिसकी वजह से त्वचा काफी ग्लोइंग नजर आती है।
2. इम्युनिटी बूस्टर है ये ड्रिंक
नीम की पत्तियों में मौजूद प्रॉपर्टी इम्युनिटी बूस्ट करते हुए शरीर को तमाम प्रकार के संक्रमण से बचते हैं। नीम जूस में मौजूद एंटीफंगल और एंटीवायरल प्रॉपर्टी संक्रमण फैलाने वाले माइक्रोब्स से लड़ते हैं और वायरल फीवर, सर्दी-खांसी, गले की खरास जैसे संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर को तैयार करते हैं।
3. पेट से जुड़ी समस्याओं में कारगर है
इसका सेवन गैस एसिडिटी अपच कब्ज सहित पेट से जुडी कई अन्य समस्यायों का एक उचित समाधान होता है। यह पेट के जलन को कम कर देता है। यदि आप पेट से जुडी किसी तरह की परेशानी से ग्रसित रहती हैं तो एक्सपर्ट इसे सुबह खली पेट पीने की सलाह देती हैं।
4. यूटीआई की स्थिति में कारगर है
यदि आपको बार बार यूटीआई या अन्य वेजाइनल इन्फेक्शन हो जाता है तो ऐसे में आपके लिए नीम के जूस का सेवन फायदेमंद रहेगा। नीम जूस की प्रॉपर्टी आपकी वेजाइनल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होती है इसका सेवन वेजाइना के पीएच लेवल को सामान्य रखता है और हानि पहुंचाने वाले बैक्टीरिया से बचाव करता है। साथ ही यह वॉमिटिंग और जी मचलने की समस्या का एक उचित समाधान हो सकता है।
इस तरह तैयार करें नीम जूस (1 व्यक्ति के लिए)
इसके लिए आपको चाहिए – नीम की पत्तियां – ¼ कप, पानी – 1 कप
इस तरह तैयार करें
सबसे पहले नीम की ताज़ी पत्तियों को अच्छी तरह से साफ़ कर लें और इन्हे ब्लेंडर में डाल दें।
अब उसमें पानी डालें और इन्हे अच्छी तरह ब्लेंड कर लें। जब यह स्मूद हो जाये तो इसे निकाल लें।
ब्लेंड की हुई नीम की पत्तियों को एक सूती कपड़े में डालें और कपड़े को निचोड़ते हुए इसका रस निकाल लें।
उचित परिणाम के लिए नियमित रूप से इसे जरूर इसे जरूर पियें।
अब जानें क्या है इसे पीने का सही समय
नीम जूस को हमेशा सुबह खली पेट पीना चाहिए। ध्यान रहे की इसे पीने के ½ घंटे के बाद तक कुछ भी न खाएं। खली पेट इसका सेवन गैस एसिडिटी अपच कब्ज सहित पेट से जुडी कई अन्य समस्यायों का एक उचित समाधान हो सकता है। इसके साथ ही यह डायबिटीज और कई अन्य लाइफस्टाइल डिसऑर्डर में भी कारगर होता है।