उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 पर आने वाले तीर्थ यात्रियों पर बड़ा अपडेट आया सामने..
उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 पर आने वाले तीर्थ यात्रियों पर बड़ा अपडेट सामने आया है। दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR), यूपी, एमपी समेत देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों की थोड़ी सी भी लापरवाही उनके लिए मुसीबत बन सकती है। पैसों की बर्बादी के साथ ही तीर्थ यात्रियों की यात्रा सफल नहीं हो पाएगी। श्रद्धालुओं की चूक की वजह से वह दर्शन नहीं कर पाएंगे। ऐसे में तीर्थ यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने समय, और शेड्यूल का पूरा ख्याल रखें। जी हां, केदारनाथ हेली सेवा पर एक बड़ा अपडेट सामने आया है।
केदारनाथ हेलीयात्रा में उड़ान रद्द होने पर तीर्थ यात्रियों को अगले दिन उड़ान भरने का बिल्कुल भी मौका नहीं दिया जाएगा। हेली सेवा के लिए समय पर नहीं पहुंचने पर या फिर तय वजन से अधिक सामान होने पर तीर्थ यात्रियों को हेली सेवा का लाभ नहीं उठा पाएंगे। मौसम या किसी भी कारण से उड़ान रद्द पर यह नियम भी लागू होंगे। लेकिन, राहत भरी बात यह रहेगी कि उड़ान रद्द होने पर तीर्थ यात्रियों के किराये की राशि उनके बैंक खाते में तुरंत ही वापस आ जाएगा। इस बार उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने हेली टिकट बुकिंग का काम आईआरसीटीसी को दे दिया है।
इसमें सबसे बड़ा बदलाव बैकलॉग खत्म करने के रूप में किया गया है। यानि यदि किसी भी कारण उड़ान संभव नहीं हो पाई तो यात्रियों को पूरा पैसा उनके खाते में रिफंड हो जाएगा। जबकि पिछले साल तक ऐसे यात्रियों को अगले दिन उड़ान का मौका मिलता था, लेकिन इससे यात्रियों का बैकलॉग बढ़ने सेवाओं पर अतिरिक्त दबाव पड़ता था। यूकाडा ने इस बार 90 प्रतिशत टिकट ऑनलाइन उपलब्ध कराए हैं, शेष 10 प्रतिशत टिकट हेलीपैड काउंटर पर मिलेंगे, लेकिन इनके लिए भी ऑनलाइन ही आवेदन करना पड़ेगा। इसके अलावा यदि कोई यात्री उड़ान के लिए उपलब्ध नहीं हो पाता है तो उस टिकट को भी काउंटर से ही दूसरे यात्री को बेचा जाएगा।
एक दिन में 1400 लोग कर पाएंगे हेली यात्रा
यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि दूसरे चरण की बुकिंग 18 अप्रैल से शुरू होगी। इसमें एक मई से प्रथम एक सप्ताह के लिए बुकिंग खोली जाएगी। प्रथम चरण की बुकिंग के दौरान पैमेंट गेटवे में दिक्कत आई थी, जिसे दूर कर लिया है। अब तक सर्वाधिक महाराष्ट्र के यात्रियों टिकट बुक किए हैं। एक दिन में अधिकतम 1400 यात्री हेली सेवा का लाभ उठा सकेंगे, इसमें 100 टिकटें चार्टर सेवाओं के लिए रखी गई हैं।
यह है प्रति यात्री किराया
गुप्तकाशी 3870रुपये
सिरसी 2749 रुपये
फाटा 2750 रुपये (एक तरफ का किराया)
सामान के वजन पर भी पाबंदी
हेली सेवा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के सामान के वजन पर भी नजर रखेगी। हेली सेवा से केदारनाथ पहुंचने वाले एक तीर्थ यात्री महज दो किलो तक के सामान के साथ ही सफर कर सकता है। कंपनी के अनुसार दो साल से अधिक उम्र के बच्चे को पूरी सीट मिलेगी, साथ ही पूरा किराया भी लगेगा।
एक उड़ान में अधिकतम दो बच्चे ही सफर कर सकेंगे। गाइडलाइन के मुताबिक अस्सी किलो से अधिक वजन के लोगों को अतिरिक्त वजन के लिए प्रति किलो 150 रुपये का भुगतान करना होगा। कंपनी ने यात्रियों को यात्रा बुकिंग स्लॉट के अनुसार ही टिकट बुक करने को कहा है।
14 लाख श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण
चारधाम यात्रा को अभी तक 14 लाख के करीब श्रद्धालु दर्शन को पंजीकरण करा चुके हैं। केदारनाथ में 476811, बद्रीनाथ 398361, यमुनोत्री 217815, गंगोत्री 241356 और हेमकुण्ड के लिए 2916 यात्री विभिन्न माध्यमों से अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। 16 फरवरी से शुरू हुई जीएमवीएन गेस्ट हॉउसों की बुकिंग के तहत अभी तक कुल 8.79 करोड़ की बुकिंग हो चुकी है। चारों धामों में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों में यूपी, एमपी, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआ सहित देश के कई राज्यों से तीर्थ यात्रियों ने दर्शन कराए हैं।