एनडीएमसी के लगभग 4,500 रेगुलर मस्ट रोल कर्मियों को स्थायी नियुक्ति के पत्र मिलेंगे..
इससे इन कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांग भी पूरी हो जाएगी। इसके लिए भव्य कार्यक्रम करने के लिए एनडीएमसी पूरी तैयारी कर रही है। हालांकि कार्यक्रम कब होगा इसकी तारीख अभी तय नहीं है।
लंबे समय से नियमित होने का इंतजार कर रहे नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के लगभग 4,500 रेगुलर मस्ट रोल (आरएमआर) कर्मियों को स्थायी नियुक्ति के पत्र मिलेंगे। एनडीएमसी यह काम गाजे-बाजे के साथ करेगी। इस माह के अंत तक यह कार्यक्रम तालकटोरा स्टेडियम में होने की संभावना है।
गृहमंत्री अमित शाह देंगे नियुक्ति पत्र
इसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शिरकत करने जा रहे हैं। उन्हीं के हाथों से एनडीएमसी कर्मचारियों को यह नियुक्ति पत्र दिलाएगी। इससे इन कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांग भी पूरी हो जाएगी। इसके लिए भव्य कार्यक्रम करने के लिए एनडीएमसी पूरी तैयारी कर रही है। हालांकि कार्यक्रम कब होगा इसकी तारीख अभी तय नहीं है। सूत्रों के मुताबिक 30 अप्रैल से पहले यह कार्यक्रम किया जा सकता है। इसमें इन कर्मचारियों को बुलाकर मौके पर ही नियुक्ति पत्र देने की योजना है।
सूत्रों ने बताया कि कर्मचारियों के नियमतीकरण में पूरी पारदर्शिता हो, ऐसे में सभी कर्मियों को एक ही दिन में स्थायी नियुक्ति के नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इसमें चुनिंदा कर्मियों को अमित शाह नियुक्ति पत्र देंगे, जबकि शेष को एनडीएमसी के अधिकारी उसी दिन नियुक्ति पत्र दे देंगे।
श्रेय लेने की भाजपा और AAP में मची थी होड़
आरएमआर कर्मचारियों को पक्का करने को लेकर श्रेय लेने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा में होड़ मची थी। 10 फरवरी को यह जानकारी सामने आई थी कि केंद्रीय गृहमंत्रालय ने एनडीएमसी के 4,500 आरएमआर कर्मियों को नियमित कर दिया है। हालांकि, सात फरवरी को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अमित शाह को इन कर्मियों को नियमित करने के लिए पत्र लिखा था।
जब केंद्र सरकार ने नियमित ने इन कर्मियों को नियमित करने की मंजूरी दे दी, तो सीएम ने अमित शाह का आभार जताया था। उस समय आप ने कहा था कि सीएम द्वारा लगातार इस मामले के फालोअप से यह कार्य हो पाया। जबकि, भाजपा का कहना था कि केंद्र सरकार इस मामले पर गंभीरता से कार्य कर रही थी। यही वजह है कि 2018 से 2023 तक इससे संबंधित अड़चनें दूर की गईं। भाजपा ने केंद्र सरकार का आभार भी जताया था।