यूपी के शाहजहांपुर नगर निगम चुनाव में भाजपा ने सपा प्रत्याशी को अपने पाले में किया खड़ा
शाहजहांपुर नगर निगम के मेयर पद के लिए सपा ने अर्चना वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया था, अब वही सपा प्रत्याशी अर्चना वर्मा ने रविवार शाम को लखनऊ में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की उपस्थिति में भाजपा ज्वाइन कर ली। यह सपा के लिए बहुत बड़ा झटका है। अब हालात यह हैं कि सपा के पास ऐसा कोई फेसवैल्यू वाला प्रत्याशी नहीं है जो भाजपा में आईं अर्चना को टक्कर दे सके। हालांकि पहले कटरा के पूर्व विधायक राजेश यादव अपनी पत्नी के लिए सपा से मेयर पद का टिकट मांग रहे थे, लेकिन अब अर्चना के भाजपा में जाने के बाद राजेश यादव की पत्नी का सपा प्रत्याशी बनना भी मुश्किल है, क्योंकि बदले घटनाक्रम में सपा के हालात से सभी वाकिफ हैं। भाजपा ने सपा प्रत्याशी को अपने पाले में खड़ा कर लिया, यह ऐसे हालात हैं कि सपा की साइकिल की सीट ही निकल गई।
दरअसल मेयर चुनाव तो बहाना है, भाजपा का निशाना तो 2024 का लोकसभा चुनाव है। शाहजहांपुर जिले में लोध वोटों की संख्या काफी है, इस लोध वोट बैंक पर पूर्व मंत्री रहे राममूर्ति सिंह वर्मा की पुत्रवधू अर्चना वर्मा और पूर्व मंत्री रहे अवधेश वर्मा की खासी पकड़ है। अवधेश वर्मा इस वक्त भाजपा में हैं। वह भी मेयर पद का टिकट अपनी पत्नी के लिए मांग रहे थे, लेकिन राजनीतिक धुर विरोधी राममूर्ति सिंह वर्मा की पुत्रवधू के भाजपा में आने के बाद अवधेश वर्मा अपना रास्ता भाजपा से अलग तलाश सकते हैं। समाजवादी पार्टी के पास भी कोई प्रत्याशी ऐसा नहीं है, जो वजनदार हो, ऐसे में सपा अवधेश वर्मा को आफर दे सकती है।
करो या मरो की स्थिति दोनों के सामने
शाहजहांपुर जिले में लोध वोटों पर खासी पकड़ रखने वाले राममूर्ति सिंह वर्मा के परिवार और पूर्व मंत्री अवधेश वर्मा कई सालों से पद विहीन हैं। दोनों परिवार नई राजनीतिक पारी शुरू करने के लिए संघर्षरत हैं। पूर्व मंत्री अवधेश वर्मा विधानसभा चुनाव में भाजपा में शामिल हुए थे। पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा की पुत्रवधू अर्चना वर्मा निकाय चुनाव में शामिल हुई हैं। दोनों की परिवार भाजपा में अपना राजनीतिक भविष्य तलाशने आए। ऐसे में अर्चना को तो मेयर का टिकट मिल गया, लेकिन अवधेश वर्मा फिर खाली हाथ रह गए। अवधेश वर्मा अगर सपा में जाते हैं तो उन्हें राजनीतिक आक्सीजन मिल जाएगी, भले ही परिणाम कुछ भी हों।
सपा ने बुलाई आपात बैठक, दो घंटे में तय होगा नया प्रत्याशी
समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी अर्चना वर्मा भाजपा में चली गईं, अब वह भाजपा की मेयर पद की प्रत्याशी होंगी। इस बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद सपा के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां ने बताया कि पार्टी की आपात बैठक होने जा रही है, दो घंटे के बाद सपा अपने नए प्रत्याशी की घोषणा कर देगी। उन्होंने कहा कि सपा हर स्थिति का सामना करने को तैयार है। उन्होंने दावा कि मेयर चुनाव में भाजपा की ही जीत होगी।