वेस्ट UP के कई जिलों में बारिश के आसार बन रहे, कुछ जिलों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने की सूचना
चिलचिलाती धूप और गर्मी ने यूपी के ज्यादातर हिस्सों में जहां लोगों का हाल बेहाल है वहीं वेस्ट यूपी के कई जिलों में एक बार फिर बारिश के आसार बन रहे हैं। कुछ जिलों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने की सूचना है। वहीं कानपुर, मथुरा सहित कुछ जिलों में आज सुबह कुछ समय के लिए बदली छाई और कुछ समय बाद चटक धूप निकल आई। मौसम विभाग ने कई जिलों में साइक्लोन ‘मोचा’ के असर की आशंका जताई है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 16 और 17 मई को प्रदेश के दक्षिणी भाग समेत कुछ हिस्सों बारिश हो सकती है। इसके साथी आसमान में गरज, चमक और तेज हवाएं चलने की संभावना है। अगले दो दिन मौसम ऐसा ही बना रह सकता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर मंगलवार को बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। जबकि प्रदेश के पूर्वी हिस्से में मौसम शुष्क बना रह सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार निचले स्तर पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण हरियाण के ऊपर बना हुआ है। उधर जम्मू कश्मीर में निम्न दबाव की रेखा के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसका असर देखने को मिलेगा। प्रदेश के विभिन्न शहरों में फिलहाल गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही है। तापमान में भी तीन डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है।
कानपुर सुबह दिखा मोचा का असर फिर तेज धूप से हुए बेहाल
कानपुर में सोमवार की सुबह मोचा का असर दिखा। तड़के हुई बूंदाबांदी का असर दिन भर बना रहा, जिससे अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज हुई। दिन का पारा फिर सामान्य से नीचे 39.8 डिग्री सेल्सियस रहा लेकिन, फिर तेज धूप खिली। मौसम विभाग के अनुसार, अब मोचा के कमजोर पड़ जाने से मंगलवार और बुधवार को होने वाली बारिश की संभावना समाप्त हो गई।
मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान मोचा की तीव्रता के आधार पर मंगलवार और बुधवार को शहर में तेज हवा और बारिश की संभावना जताई थी। इसके लिए अलर्ट भी जारी किया था पर मोचा के सोमवार देर रात तक निम्न दबाव में बदल जाने की संभावना है। इससे मोचा कमजोर हो जाएगा। एक अन्य मौसमी गतिविधि अभी चल रही है लेकिन फिलहाल इसका असर तय नहीं है। रात में बदली होने की वजह से न्यूनतम पारा तीन डिग्री बढ़ गया है। रात का पारा 21 से 24 डिग्री सेल्सियस हो गया है। रात का तापमान सामान्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया। दक्षिण पश्चिमी हवाओं के बावजूद नमी का प्रतिशत कम हो गया।
अधिकतम नमी का प्रतिशत 46 और न्यूनतम 23 रहा। मोचा की संभावना कम हो जाने से अब फिर तापमान बढ़ने की संभावना है। सीएसए के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मोचा का असर खत्म हो जाने से अब धीरे-धीरे फिर धूप में तेजी आएगी। एक नया मौसमी सिस्टम भी बन रहा है लेकिन इससे कोई खास असर पड़ने की संभावना नहीं है।
वाराणसी में गर्मी से हाल बेहाल, राहत के आसार नहीं
देश के पूर्वी समुद्र तटीय राज्यों में आंधी-बारिश करा रहे चक्रवात ‘मोचा’ का सोमवार को बनारस समेत आसपास के जिलों में भी हल्का असर दिखा। भोर से सुबह तक पुरवा हवा चली। दोपहर तक बादलों की आवाजाही दिखी। इसके चलते तापमान में भी रविवार की तुलना में 2.2 डिग्री की कमी आई। हालांकि एक-दो दिन बाद सूर्य की तपिश और तापमान बढ़ने का संकेत है।