BSP सुप्रीमो मायावती ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का किया आह्रवान
मायावती ने कहा कि महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न जैसी समस्याओं से आम जन त्रस्त है। लोगों को सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रहीं। इन समस्याओं को हल करने की बजाए लोगों का ध्यान बांटने के लिए बीजेपी की सरकारें जानबूझकर जातिवादी, सांप्रदायिक और धार्मिक विवादों को पूरी छूट दे रही हैं। इन हालात से देश की प्रगति प्रभावित हो रही है। निर्यात घटने के कारण व्यापार घाटा पिछले पांच महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। यह सभी के लिए चिंतनीय है।
मीटिंग में मायावती ने उत्तर प्रदेश और देश के बदलते हालात और खास घटनाओं पर रणनीतिक चर्चा की। इसके साथ ही पार्टी संगठन की मजबूती पर बल दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे हर स्तर पर बसपा का जनाधार बढ़ाने में जुट जाएं। बैठक में उन्होंने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। खासतौर से भाजपा सरकार के कार्यकलापों और बदलते राजनीतिक हालात को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भाजपा सरकार के कार्यकलापों और उससे निपटने के साथ-साथ विपक्षी पार्टियों की गतिविधियों पर भी नजर बनाए रखने की हिदायत दी।
उन्होंने साफ किया कि अगले लोकसभा चुनाव में बसपा उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों के जीवन में ज़बरदस्त महंगाई, ग़रीबी, बेरोज़गारी, अशिक्षा, अशान्ति, तनाव, महिला असुरक्षा और उत्पीड़न तथा बिजली-पानी सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के घोर अभाव जैसी दिन-प्रतिदिन की समस्याओं से त्रस्त जीवन जैसे मुद्दों को लेकर मैदान में उतरेगी।
तनाव और दहशत खत्म हो
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में कथित लव जिहाद, लैण्ड जिहाद, धर्मान्तरण, मजार और स्कूल, कालेज विध्वंस, मदरसा जांच, बुलडोजर राजनीति और धार्मिक उन्माद फैलाने वाले नफरती, संकीर्ण बयानों और कार्रवाईयों आदि से बचना होगा जिससे कि देश भर में व्याप्त तनाव और दहशत का माहौल खत्म हो। तभी देश मजबूती से आत्मनिर्भरता की तरफ आगे बढ़ सकेगा।