उ.प्र. में रोजगार के मुद्दे पर भाजपा सरकार दे रही झूठे आँकड़े – आशुतोष सिन्हा, एमएलसी
वाराणसी, 10 फरवरी 2024। ।समाजवादी पार्टी के एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने विधान परिषद के बजट सत्र के दौरान उ0प्र0 में रोजगार के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि उ0प्र0 में भाजपाई रोजगार के सभी आँकड़े झूठे हैं।
उन्होंने श्रम एवं सेवायोजन की वेबसाइट के आंकड़ों के आधार पर बताया कि कुल 46 लाख, 53 हज़ार सात सौ तिरपन पंजीकृत युवाओं के सापेक्ष मात्र 9 हज़ार, आठ सौ सैंतीस लोगों को ही भाजपा सरकार रोजगार उपलब्ध करा पाई है, जो कि कुल संख्या का मात्र 0.2 % ही है अर्थात उ0प्र0 में आज 1 रोजगार पर 473 अभ्यर्थी है।
इस तरह यह बेरोज़गारी की चरम विभीषिका है, और यह आंकड़े ऊंट के मुँह में जीरा जैसे हैं। आज उ0प्र0 में बेरोजगारी दर सर्वाधिक है। यहाँ नौकरी की तलाश करते हुए थक चुके नौजवानों की संख्या 2017 में 9.93 लाख थी, जो अब बढ़कर 29.72 लाख तक पहुँच चुकी है।
उन्होंने सरकार द्वारा कंपनियों के साथ किए गए एमओयू को भी आंकड़ों की बाज़ीगरी करार देते हुए बताया कि सरकार का दावा था कि उ0प्र0 में 4.28 लाख करोड़ के कुल 1045 एमओयू हुए थे, लेकिन सच्चाई यह है कि 1045 एमओयू में से 842 एमओयू बेकार निकले, जिसमें एक भी पैसे का निवेश नही हुआ और 2018 में हुए 4.28 लाख करोड़ में से केवल 1.28 लाख करोड़ का ही निवेश अभी तक आया है।
इस एमओयू की सत्यता इसी बात से समझी जा सकती है कि उ0प्र0 सरकार अमेरिका की ऑस्टिन यूनिवर्सिटी के साथ 35000 करोड़ का एमओयू हस्ताक्षर करके आयी है, जो कि स्वयं एक ब्लैक लिस्टेड यूनिवर्सिटी है। इसके पश्चात श्री सिन्हा ने उ0प्र0 में लगने वाले रोजगार मेले के बारे में कहा कि इसमें कंपनियां टारगेट बेस पर अभ्यर्थियों का चयन करती हैं, और टारगेट पूरा न होने पर उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाता है।
इस तरह से इन रोजगार मेलों से चयनित कुल अभ्यर्थियों में से केवल 10 फीसदी अभ्यर्थी ही नौकरी कर रहे हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार द्वारा रोजगार पर दिए आँकड़े भ्रामक व झूठे हैं।ज्ञात हो कि श्री आशुतोष सिन्हा कई बार सदन में रोजगार के मुद्दे पर मुखर होकर अपनी बात रख चुके हैं।