स्मार्ट सिटी ऑफिस में डेढ़ घंटे तक नगर निगम अफसरों के साथ बैठक करने के बाद जिला प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने भाजपा विधायकों के साथ बंद कमरे में बैठक की। यहां भाजपा विधायक योगेश शुक्ला ने महापौर पर सपा पार्षदों को साथ लेकर चलने और पार्टी विधायक का अपमान करने का आरोप लगा दिया। इस पर विवाद होने लगा तो मंत्री ने उन्हें शांत कराया।
विधायक योगेश शुक्ला ने उस सड़क का मुद्दा उठाया जिसका शिलान्यास करने से बीते माह महापौर ने यह कहकर मना कर दिया था कि यह सड़क सही है और इसे बनाने की जरूरत नहीं है। विधायक का कहना था कि ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था। आरोप लगाया कि महापौर ने इस मामले को सोशल मीडिया पर भी वायरल कराया।
विधायक का कहना था कि उस सड़क को बनाने के लिए उन्होंने प्रस्ताव दिया था, क्योंकि लोगों का कहना था कि सड़क खराब हो गई है। यदि सड़क बनाने लायक नहीं थी तो उस काम को रोक दिया जाता, मगर इस तरह से बदनामी नहीं करनी चाहिए थी। यह भी कहा कि महापौर सपा पार्षदों को लेकर नारियल फोड़ने जाती हैं। इस पर महापौर ने कहा कि वह क्षेत्रीय पार्षद था। इस पर मंत्री ने भी कहा कि शासनादेश के तहत क्षेत्रीय पार्षद को बुलाया जाता है।
बैठक के बाहर महापौर और विधायक दोनों ने मामले को लेकर चुप्पी साध ली। फोन करने पर विधायक प्रतिनिधि जहां थोड़ी देर में बात कराने को कहकर टालता रहे तो महापौर ने कहा ऐसी कोई बात नहीं हुई। बैठक में एमएलसी रामचंद्र प्रधान, मुकेश शर्मा व विधायक राजेश्वर सिंह के प्रतिनिधि अखिलेश सिंह शामिल रहे।
तालकटोरा के किरायेदारों का किराया माफ करने पर उठा सवाल
समीक्षा बैठक में महापौर सुषमा खर्कवाल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि तीन वर्ष पहले तालकटोरा के दुकानदारों का नगर निगम सदन में किराया माफ किया गया। यह नहीं किया जा सकता। ऐसा होगा तो नगर निगम की आय कैसे बढ़ेगी? शहर की जनसुविधाओं के लिए बजट कहां से आएगा? यह प्रस्ताव पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया के समय पास हुआ था। अब इस मामले को दोबारा सदन में लाया जाएगा।
खराब ट्रैफिक व्यवस्था पर नाराज हुए मंत्री
बैठक में यातायात पुलिस के एक अधिकारी को भी बुलाया गया था। मंत्री ने कहा कि शहर में जाम की समस्या दूर कराई जाए। तत्काल ऐसे उपाय किए जाएं जिससे शहरवासियों को आसानी हो। अयोध्या रोड पर जाम का मसला भी उठा। पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस रोड पर फ्लाईओवर बनना है, उससे समस्या दूर हो जाएगी।


