अदाणी की इन कंपनियों में LIC ने लगा रखा है पैसा

शुक्रवार को एक्सचेंजों को दी गई जानकारी के अनुसार भारत की सबसे बड़ी घरेलू संस्थागत निवेशक लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) ने नवंबर 2022 और दिसंबर 2025 के बीच अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) में लगभग 2% हिस्सेदारी बेच दी है, जिससे अब उसकी होल्डिंग घटकर 7.34% रह गई है। LIC ने ओपन मार्केट के जरिए हिस्सेदारी बेची।

LIC ने 11 नवंबर, 2022 और 10 दिसंबर, 2025 के बीच अडाणी ग्रुप की कंपनी के 3.89 करोड़ शेयर बेचे, जो 2.007% के बराबर थे, जिसके बाद अडानी पोर्ट्स में उसकी हिस्सेदारी घटकर 7.343% रह गई, जो 15.86 करोड़ शेयरों के बराबर है। BSE पर शेयर की गई फाइलिंग के अनुसार, हिस्सेदारी बेचने से पहले LIC के पास 19.75 शेयर, या 9.35% हिस्सेदारी थी। इस खबर के बीच आज हम जानेंगे कि आखिर अदाणी ग्रुप की किन कंपनियों में LIC की कितनी हिस्सेदारी है।

LIC ने अदाणी ग्रुप की किन कंपनियों में कर रखा है निवेश?
अदाणी ग्रुप की 10 कंपनियों में से 7 कंपनियों में LIC की हिस्सेदारी है। इन 10 में से अदाणी पावर, सिगाची इंडस्ट्रीज और NDTV को छोड़कर, LIC का नाम सात अडाणी स्टॉक्स में टॉप पब्लिक शेयरहोल्डर्स में था, जिसमें सीमेंट बनाने वाली कंपनी ACC में प्रतिशत के हिसाब से सबसे ज्यादा हिस्सेदारी थी।

इस सीमेंट कंपनी में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी
अदाणी ग्रुप की सीमेंट कंपनी ACC में LIC की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है। एसीसी में एलआईसी की हिस्सेदारी 9.95 फीसदी है। इसके बाद अदाणी पोर्ट्स में एलआईसी की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है। अदाणी पोर्ट्स में 2 फीसदी हिस्सेदारी कम करने के बाद यह 7.34 फीसदी है।

शुक्रवार 12 दिसंबर 2025 को BSE पर बड़े मार्केट में तेजी के बीच अडानी पोर्ट्स के शेयर में मामूली तेजी देखी गई। यह बढ़कर ₹1524.40 के हाई पर पहुंच गया और अपने 52-हफ्ते के हाई लेवल 1,548.60 के करीब ट्रेड कर रहा था।

1 साल में अदाणी पोर्ट्स ने दिया 20.72% का रिटर्न
इस बीच, एक साल के लंबे टाइम फ्रेम में अडाणी पोर्ट्स के शेयर की कीमत में 20.72% की बढ़ोतरी हुई है और जिन निवेशकों ने पांच और 10 साल तक शेयर रखे हैं, उन्हें मल्टीबैगर रिटर्न मिला है, जिसमें क्रमशः 226.18% और 528% की तेजी आई है।

फाइनेंशियल ईयर 2025-26 की दूसरी तिमाही में, अदानी पोर्ट्स ने लॉजिस्टिक्स, मरीन और इंटरनेशनल ऑपरेशंस में मजबूत ग्रोथ के कारण कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 29% की बढ़ोतरी के साथ ₹3,120 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया। जुलाई-सितंबर 2025-26 की अवधि में कुल इनकम पिछले साल की इसी तिमाही के ₹7,372.37 करोड़ से बढ़कर ₹10,004.06 करोड़ हो गई।

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