विश्व हिंदू परिषद मना रही शौर्य दिवस,बाबरी विध्‍वंस की 26वीं बरसी पर प्रदेश में सुरक्षा चाकचौबंद, 

 बाबरी मस्जिद विध्वंस के आज (गुरुवार) 26 वर्ष पूरे होने को देखते हुए धार्मिक नगरी अयोध्या में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गए हैं. राम जन्मभूमि के आसपास और हनुमानगढी में सुरक्षा के विशेष इंतजाम हैं. वहीं मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान, ईदगाह परिसर की सुरक्षा को लेकर भी पूरे तंत्र को चाक-चौबंद रहने के लिए कहा गया है. साथ ही प्रदेश में भी सुरक्षा व्‍यवस्‍था पुख्‍ता करने के इंतजाम किए गए हैं.

अयोध्‍या में 6 कंपनी पीएसी, दो कंपनी आरएएफ, चार एडिशनल एसपी, 10 डिप्टी एसपी, 10 इंस्पेक्टर 150 सब इंस्पेक्टर, 500 सिपाही तैनात किए गए हैं.

अयोध्‍या में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार को स्थिति सामान्य थी. तीर्थयात्री हनुमानगढ़ी के आसपास घूमते दिखे और दुकानें भी खुलीं. अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि हाल ही में विहिप की धर्म सभा के दौरान अयोध्या में शांति कायम रही. इस समय भी शांति है और पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं.

उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि और आसपास के क्षेत्रों में 20 से 25 कंपनी पुलिस एवं पीएसी स्थायी रूप से तैनात रहती है ताकि सुरक्षा को लेकर किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आए. प्रसाद और भोजन की दुकानें सामान्य रूप से खुलीं और ग्राहकों की आवाजाही दिखी.

विहिप ने 25 नवंबर को यहां अयोध्या में धर्म सभा का आयोजन किया था. वह छह दिसंबर को शौर्य दिवस मनाएगी. नगर में 18 दिसंबर को गीता जयंती का भी कार्यक्रम है. विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि शौर्य दिवस पारंपरिक रूप से मनाया जाएगा. अयोध्या में विहिप एवं विभिन्न हिन्दू संगठनों के कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन प्रस्तावित है. हवन भी होगा और राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि सर्व बाधा मुक्ति हवन होगा ताकि हर तरह की बाधाओं से मुक्ति प्राप्त हो सके. शहादत देने वाले निर्दोष कारसेवकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. शर्मा ने कहा कि नौ दिसंबर को दिल्ली में एक अन्य धर्म सभा होगी. इसमें पांच लाख से अधिक लोगों के हिस्सा लेने की संभावना है.

उन्होंने बताया कि 31 जनवरी और एक फरवरी को प्रयागराज में धर्म संसद होगी जिसमें देश भर के पांच हजार से अधिक साधु संत हिस्सा लेंगे. निर्मोही अखाडे़ के महंत रामदास ने बताया कि छह दिसंबर को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाएगा क्योंकि इसी दिन राम जन्मभूमि को मुगल ढांचे से मुक्त कराया गया था.

अयोध्या में बाबरी मस्जिद के पुन: निर्माण के लिए बनी समिति ने बुधवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया और कहा कि वह इस विवाद पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को स्वीकार करेगी. अखिल भारतीय बाबरी मस्जिद पुनर्निर्माण समिति के अध्यक्ष मोहम्मद यूनुस सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि मुस्लिमों को हिंदुओं के खिलाफ खड़ा किया जाता है लेकिन हकीकत में वे शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द चाहते हैं. सिद्दीकी ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक ज्ञापन सौंपा है.


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