9 महीने में सबसे सस्ता हुआ डीजल, जानें आज का रेट
पूरे देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट लगातार जारी है. 11,12 और 13 दिसंबर को डीजल की कीमत स्थिर रही थी. जिसके बाद रोजाना दाम गिर रहे हैं. रविवार को डीजल की कीमत में करीब 13 पैसे की और कटौती हुई है. दिल्ली में प्रति लीटर डीजल की कीमत 12 पैसे घटकर 64.38 रुपये, मुंबई में 12 पैसे घटकर 67.38 रुपये, चेन्नई में 13 पैसा घटकर 67.97 रुपये और कोलकाता में 12 पैसे घटकर 66.14 रुपये है.
इससे पहले शनिवार को भी डीजल की कीमत में 7-8 पैसे की कमी हुई थी. शनिवार को प्रति लीटर डीजल की कीमत दिल्ली में 64.50 रुपये, मुंबई में 67.50 रुपये, चेन्नई में 68.10 रुपये और कोलकाता में 66.26 रुपये थी. शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में डीजल की रिटेल कीमत 64.57 रुपये थी. मार्च 2018 के बाद दिल्ली में यह डीजल की न्यूनतम कीमत है.
रविवार को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 70.34 रुपये, मुंबई में 75.96 रुपये, चेन्नई में 72.99 रुपये और कोलकाता में 72.43 रुपये है. नोएडा में 7 पैसे की कटौती के बाद प्रति लीटर कीमत 70.22 रुपये है. यहां डीजल प्रति लीटर 63.74 रुपये बिक रही है. शनिवार को यह कीमत दिल्ली में कीमत 70.34 रुपये, मुंबई में 75.96 रुपये, चेन्नई में 72.99 रुपये और कोलकाता में 72.43 रुपये प्रति लीटर थी.
आपको बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल और डॉलर-रुपये की एक्सचेंज रेट के आधार पर तय होता है. भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी पेट्रोलियम आयात (इंपोर्ट) करता है.
दरअसल, अमेरिकी स्टॉक मार्केट के गिरने और चीन के इकोनॉमिक डेटा के कमजोर होने की वजह से कच्चे तेल की मांग में कमी दर्ज की गई. चीन विश्व में सबसे ज्यादा क्रूड ऑयल इंपोर्ट करता है. इसलिए, यहां मांग कम होने पर इंटरनेशनल मार्केट में कीमतें कम हो जाती हैं. पेट्रोल-डीजल की कीमत में करीब 2 फीसदी गिरावट इसी का नतीजा है.
अक्टूबर 2017 से अब तक पेट्रोल और डीजल की कीमत में वैश्विक स्तर पर करीब 30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि सप्लाई ज्यादा हो गई है और डिमांड में कमी आ गई. लगातार गिरती कीमतों के बीच तेल उत्पादन करने वाले देशों की संस्था OPEC (ऑर्गनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज) और रसिया जैसे देश मिलकर कम तेल उत्पादन करने का फैसला लिया. ग्लोबल डिमांड को ध्यान में रखते हुए उत्पादन में 1.2 मिलियन बैरल रोजाना कटौती की गई है.