सचिन तेंदुलकर ने किया पर्थ की पिच का समर्थन, ICC रिपोर्ट ने बताया था औसत
पर्थ की पिच के बारे में तरह तरह की बातें हो रही हैं जिनके बीच भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने खास बयान दिया है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट पर्थ के नए ऑप्टस मैदान पर खेला गया था. इस पिच के बारे में तरह तरह की बातें हुई हैं. एक तरफ पिच को आईसीसी ने औसत दर्जे की रेटिंग दी थी वहीं सचिन इस पिच के समर्थन में आए हैं.
मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने ऑप्टस स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले को 146 रन से जीता था. इस जीत के साथ ही उसने सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली थी. भारत ने इस सीरीज का पहला मैच एडिलेड में जीता था. अब दोनों टीमों के बीच 26 दिसंबर से मेलबर्न में तीसरा टेस्ट खेला जाएगा. पर्थ टेस्ट से पहले कहा जा रहा था कि पिच काफी तेज होगी, जिसमें तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी. लेकिन मैच में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लॉयन ने 8 विकेट निकालकर टीम को जिताने में विशेष भूमिका निभाई थी.
सचिन ने अपने ट्वीट में कहा, “पिच की खासतौर पर टेस्ट क्रिकेट में अहम भूमिका होती है. टेस्ट क्रिकेट को पुनर्जीवित करने और उसमें रोमांच पैदा करने के लिए हमें पर्थ जैसी पिचें बनाने की जरूरत है, जहां गेंदबाजों और बल्लेबाजों के हुनर का सही इम्तिहान होगा. यह पिच किसी भी लिहाज से औसत नहीं थी.”
असमान उछाल मिला था पांचों दिन
पर्थ में 14 से 18 दिसंबर तक खेले गए मैच में पहले दिन से आखिरी दिन तक असमान उछाल देखने को मिली थी. इसमें तकरीबन हर बल्लेबाज के शरीर पर गेंद लगी थी. ऑस्ट्रेलिया के एरॉन फिंच तो उंगली में चोट लगने के बाद रिटायर्ड हर्ट भी हुए थे, हालांकि बाद में वे दूसरे दिन बैटिंग करने के लिए उतरे थे. ऑस्ट्रेलिया के ही ओपनर मार्कस हैरिस की हेलमेट पर गेंद लगी थी.
रेफरी ने अपनी रिपोर्ट में औसत पिच बताया था
मैच रेफरी श्रीलंका के रंजन मदुगले ने इस पिच के बारे में आईसीसी को अपनी रेटिंग भेजी जिसमें उन्होंने पिच को औसत रेटिंग दी थी. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट के मुताबिक, ‘यह पता चला है कि मैच रेफरी रंजन मदुगले ने पर्थ की नई स्टेडियम की पिच को ‘औसत’ रेटिंग दी है. यह टेस्ट मैदान के लिए सबसे कम अंक के साथ के पास होना है.’ बताया जा रहा है कि यह असमान उछाल ही था जिसकी वजह से पर्थ टेस्ट के मैच रैफरी रंजन मदुगले ने पिच को औसत बताया है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले पिछले साल ही एशेज के मेलबर्न टेस्ट में पिच को खराब रेटिंग दी गई थी.