विडियो :बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में ढाया कहर, ऐसे दी दिग्गजों के रिकॉर्ड को चेतावनी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के मेलबर्न टेस्ट के तीसरे दिनटीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया पर हावी हो गई. दिन के पहले सत्र तक ऑस्ट्रेलियाई टीम केवल 89 के स्कोर पर 5 विकेट गंवाकर संकट में आ गई और लंच के बाद भी उसके 102 का स्कोर होने तक दो और विकेट गिर गए. ऑस्ट्रेलिया का सबसे ज्यादा नुकसान जसप्रीत बुमराह ने कराया. बुमराह ने लंच से पहले दो और उसके बाद एक और विकेट लेकर मेजबान टीम के शीर्ष और मध्य क्रम में खलबली मचा दी. इसके अलावा बुमराह ने एक खास रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया.
लंच से पहले की आखिरी गेंद पर जैसे ही बुमराह ने शॉन मार्श को बेहतरीन यार्कर पर एलबीडब्ल्यू आउट किया. इस विकेट के साथ उन्होंने अबने डेब्यू कैलेंडर इयर के 41 विकेट पूरे कर लिए जो कि किसी भी भारतीय के डेब्यू कैलेंडर इयर में सबसे ज्यादा विकेट हैं. बुमराह ने भारत के पूर्व स्पिनर दिलीप दोषी को पीछे छोड़ा है जिन्होंने अपने डेब्यू कैलेंडर इयर में 40 विकेट लिए थे. इसके बाद वेंकटेश प्रसाद (37) तीसरे, नरेंद्र हिरवानी (36) चौथे और एस श्रीसंथ (35) पांचवे स्थान पर हैं.
बुमराह ने अपनी तेज गेंदबाजी से दुनिया भर के रिकॉर्डधारी गेंदबाजों के लिए खतरे की घंटी बजाई है. भारत के तेज गेंदबाज होते हुए भी 2.66 की शानदार इकोनॉमी के साथ अपने 42 वें विकेट तक 358.5 ओवर फेंके जिसमें औसत 22.73 रहा जबकि उनका श्रेष्ठ प्रदर्शन 54 रन देकर 5 विकेट रहा. बुमराह रिकॉर्ड के लिस्ट में भले ही अभी काफी पीछे हों लेकिन जिस तरह से वे तीनों प्रारूप में गेंदबाजी कर रहे हैं, वे जल्दी ही रिकॉर्ड की सीढ़ियां तेजी से चढ़कर सभी को पीछे छोड़ देंगे. फिलहाल बुमराह केवल 23 साल के हैं और वे कम से कम दस साल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेंगे.
गौरतलब है कि बुमराह अपने घरेलू टेस्ट भारत में खेलते हैं जहां कि पिच स्पिन गेंदबाजों के लिए ज्यादा मुफीद रहती है. कोई हैरानी की बात नहीं होगी कि बुमराह जल्द ही कपिलदेव की राह पर चल पड़ें. बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया की पारी के 50 ओवर तक तीन विकेट गिरा दिए थे. बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया की पारी के 50 ओवर तक तीन विकेट गिरा दिए थे.
टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 443 रन बनाकर घोषित कर दी. दूसरे दिन चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए हुई 170 रनों की साझेदारी ने भारत को मैच के दूसरे दिन मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. कोहली 82 रन बनाकर दूसरे सत्र में जल्दी ही आउट हो गेए. कोहली ने अपनी पारी में 204 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौके लगाए. पुजारा भी ज्यादा देर तक क्रीज पर टिक नहीं पाए 106 रनों की शानदार पारी खेलते हुए 319 गेंदों का सामना कर आउट हुए.