भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही इस टेस्ट सीरीज़ में शाब्दिक जंग थमने का नाम ही नहीं ले रही है

 भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही इस टेस्ट सीरीज़ में शाब्दिक जंग थमने का नाम ही नहीं ले रही है। मेलबर्न टेस्ट मैच के दूसरे और तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने भारतीय बल्लेबाज़ों पर निशाना साधा था, लेकिन इस मुकाबले के चौथे दिन टिम़ पेन भारतीय खिलाडियों के निशाने पर रहे। पेन को खासतौर पर निशाना बनाया भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ रिषभ पंत ने। दरअसल इस मुकाबले के तीसरे दिन पेन ने पंत के लेकर कुछ कमेंट्स किए थे। 

पंत ने पेन पर किया कटाक्ष

चौथे दिन जब ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान टिम पेन जब बल्लेबाज़ी के लिए उतरे तो पंत ने उन पर कटाक्ष करते हुए उन्हें अस्थाई कप्तान कहा। 

पेन जब बल्लेबाजी के लिए उतरे तो पंत ने सिली प्वॉइंट पर खड़े अग्रवाल से कहा, ‘हमारे बीच आज नया मेहमान है। मयंक तुमने कभी अस्थायी कप्तान के बारे में सुना है।’

उस समय गेंदबाजी कर रहे रविंद्र जडेजा से उसने कहा कि पेन का विकेट लेने के लिए ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह सिर्फ बातें करने में माहिर है ।

पंत ने कहा, ‘उसको आउट करने के लिए ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है। उसे बात करना पसंद है और वही कर सकता है। बस बकबक।’ हालांकि पंत का ये एक रिएक्शन था, क्योंकि इस मैच के तीसरे दिन पेन ने भी पंत को लेकर बहुत कुछ कहा था।

अंपायर इयान गूड ने हालांकि पंत को उसकी टिप्पणियों के लिए चेताया हालांकि पेन ने जब कल यही हरकतें की थी तो उन्हें कोई चेतावनी नहीं दी गई थी ।

आपको बता दें कि इससे पहले तीसरे दिन जब भारतीय टीम बल्लेबाज़ी कर रही थी और पंत मैदान पर थे तब पेन पंत के कान के पास जाकर उन्हें याद दिलाने लगे थे कि धौनी के आने से वह वनडे टीम से बाहर हो चुके हैं, ऐसे में क्यों न वह बीबीएल की टीम होबार्ट हरिकेन्स के लिए खेलकर अपनी छुट्टी बढ़ा सकते हैं। इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने पंत को अपने घर पर ना केवल खाने के लिए भी दावत दी थी बल्कि बच्चों को संभालने की भी जिम्मेदारी सौंप दी।

पेन ने पंत से कहा था कि धौनी एकदिवसीय टीम में वापस आ गए हैं, इस सीजन हम पंत को हरिकेन में शामिल कर सकते हैं! हमें एक बल्लेबाज की जरुरत है। इस तरह से ऑस्ट्रेलिया में तुम्हारी छुट्टियों में इजाफा होगा, होबार्ट भी एक अच्छा शहर है। तुम्हें समंदर किनारे एक अपार्टमेंट दिया जाएगा। अगर तुम्हें खाने पर बुलाएं तो क्या तुम बच्चों को संभाल लोगे? मैं रात में पत्नी को फ़िल्म दिखाने ले जाऊंगा तो तुम बच्चों की जिम्मेदारी संभाल पाओगे?। 

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