अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआइपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में गिरफ्तार बिचौलिए क्रिश्चियन जेम्स मिशेल का एक सनसनीखेज पत्र सामने आया

अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआइपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में गिरफ्तार बिचौलिए क्रिश्चियन जेम्स मिशेल शनिवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश हुआ। सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोर्ट को बताया कि आरोपी मिशेल ने पूछताछ के दौरान कांग्रेस की मिसेज गांधी का नाम लिया है, लेकिन किस संदर्भ में नाम लिया है? इसका पता नहीं चला है। इसके अलावा, ईडी का दावा है कि मिशेल ने ‘इटली की महिला के बेटे’ का भी जिक्र किया है।

ED ने क्रिश्चियन के हवाले से कोर्ट को यह भी बताया कि ED ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट से कहा कि क्रिश्चियन मिशेल बताया कि कैसे सौदे से HAL को हटा दिया गया था और सौदे की पेशकश टाटा को की गई थी। ईडी ने मिशेल के वकील की पहुंच पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की है। मिशेल ने इटली की एक महिला और उसके बेटे का भी जिक्र किया, जो देश (भारत) का संभावित प्रधानमंत्री है।  

ED ने कोर्ट से कहा कि क्रिस्चन मिशेल और दूसरे लोगों के बीच हुई बातचीत में एक ‘बड़े आदमी’ का जिक्र है और उन्हें ‘R’ से संबोधित किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि यह पता लगाने की जरूरत है कि वह बड़ा आदमी ‘R’ कौन है। इसके लिए मिशेल की कस्टडी की जरूरत है।

ED के दावे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह के मुताबिक, ED ने कहा है कि क्रिश्चियन मिशेल ने मिसेज गांधी का नाम लिया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मिशेल पर दबाव है कि वह एक खास परिवार का नाम ले। आखिर क्यों चौकीदार एक परिवार का नाम लेने के लिए सरकारी एजेंसियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है? भाजपा के स्क्रिप्ट राइटर ओवर टाइम कर रहे हैं।’

वहीं, सुनवाई के बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने मिशेल को 7 दिन की ईडी रिमांड में भेज दिया है। 

अगस्ता सौदे पर सामने आया मिशेल का पत्र, मनमोहन सिंह पर था कांग्रेस का दबाव

अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआइपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में गिरफ्तार बिचौलिए क्रिश्चियन जेम्स मिशेल का एक सनसनीखेज पत्र सामने आया है, जो कई चीजें उजागर करता है। यह पत्र फिनमैकेनिका कंपनी के सीईओ जुगेपी ओरसी को लिखा गया था। इसके मुताबिक, उन्होंने सत्ताधारी पार्टी (कांग्रेस) के शीर्ष नेतृत्व द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर दबाव बनवाया था। इस पत्र से यह भी पता चलता है कि मिशेल को इस सौदे से जुड़ी सभी जानकारियां संबंधित मंत्रलयों से मिल रही थीं।

28 अगस्त, 2009 को लिखे इस पत्र के मुताबिक, मिशेल को अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे से जुड़ी सभी जानकारियां प्रधानमंत्री कार्यालय, रक्षा मंत्रालय समेत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मिल रही थीं। उसे तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व तत्कालीन अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की मुलाकात और उनके बीच हुई बातचीत के बारे में भी पता था। ओरसी को लिखे इस पत्र में मिशेल ने दावा किया था कि इस मुद्दे पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की जो बैठक होने वाली है, उसके बारे में उसे जानकारी है। इस मसले पर प्रधानमंत्री, संयुक्त सचिव और रक्षा सचिव के बीच चल रही बातचीत के बारे में भी उसे पता था। इतना ही नहीं, उसने लिखा था कि तत्कालीन रक्षा मंत्री उनके साथ सौदा करने के पक्ष में थे।

मालूम हो कि 2012 में क्रिश्चियन मिशेल का नाम अगस्ता वेस्टलैंड के पक्ष में 3,600 करोड़ रुपये का सौदा कराने और भारतीय अधिकारियों को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाने वाले बिचौलिए के रूप में सामने आया था। इस मामले में अन्य दो बिचौलियों के नाम राल्फ गिडो हस्के और कालरे गेरोसा हैं। काफी प्रयासों के बाद क्रिश्चियन मिशेल को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से प्रत्यर्पित करके लाया जा सका है।

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