उत्तर प्रदेश में नदियों के तट पर उमड़े श्रद्धालु, डुबकी लगाकर की सूर्य की अराधना

मकर संक्रांति पर्व से पहले ही उत्तर प्रदेश के जिलों में आज नदियों के तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रयागराज में कुंभ के मेला प्रांगण के साथ ही वाराणसी, कानपुर व फर्रुखाबाद में गंगा नदी के तट पर श्रद्धालुओं ने नदी में पुण्य की डुबकी लगाने के साथ भगवान सूर्य की अराधना की।

वाराणसी, प्रयागराज के साथ ही कानपुर, हापुड़ में गढमुक्तेश्वर व फर्रुखाबाद में गंगा नदी के तट पर सुबह से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई। इस मौके पर श्रद्वालुओं के लिए हर जगह खास इंतजाम हैं। प्रयागराज में कुंभ तता वाराणसी में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। प्रयागराज में कल्पवासी, स्टेशनों व बस अड्डों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ दिख रही है और आस्था व भक्ति का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है।

पुराणों में इस स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करके अगर दान किया जाता है तो आपकी हर मनोकामना पूरी होती है और गंगा में डुबकी लगाने से दस गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है।

कुंभ के पहले स्नान को लेकर तैयारी

कुंभ 2019 के पहले स्नान पर्व मकर संक्रांति तैयारी पूरी है। आज से अखाड़ों का शाही स्नान है। कल पहले स्नान पर्व पर सवा करोड़ श्रद्धालुओं के संगम आने की उम्मीद है। अखाड़ों के लिए शाही स्नान की तैयारी पूरी कर ली गई है। संगम नोज पर अखाड़ों के शाही स्नान के लिए 250 फीट का स्नान घाट आरक्षित किया गया है।

बगल में आम श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। कुंभ क्षेत्र में लगभग 40 स्नान घाट तैयार किए हैं। अखाड़ों के आने के लिए त्रिवेणी दक्षिणी पांटून पुल आरक्षित किया गया है। यहां से संगम अपर के बगल के रास्ते अखाड़े मेला क्षेत्र पहुंचेंगे। यहां पर पार्किंग बनाई गई है।

Related Articles

Back to top button