जैकब मार्टिन के लिए आर्थिक मदद आने का सिलसिला जारी, क्रुणाल के ब्लैंक चेक के बाद CSK ने दिए 3 लाख
दुर्घटना के कारण मुश्किल स्थिति में पहुंच चुके भारत और बड़ौदा के पूर्व क्रिकेटर जैकब मार्टिन के लिए आर्थिक मदद आने का सिलसिला जारी है. पहले बीसीसीआई, बीसीए उसके बाद क्रुणाल पांड्या की मदद की थी. अब चेन्नई सुपरकिंग्स ने मार्टिन के उपचार के लिए तीन लाख रुपये दिए हैं. मार्टिन को वडोदरा के अस्पताल में जीवनदायिनी प्रणाली पर रखा गया है.
चेन्नई सुपरकिंग्स के सीईओ केएस विश्वनाथन ने कहा, ‘‘चेन्नई सुपरकिंग्स क्रिकेट लिमिटेड ने मार्टिन के उपचार के लिए तीन लाख रुपये दिए हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनकी वित्तीय स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए हमने बड़ौदा क्रिकेट संघ के अधिकारियों से संपर्क किया. हम उनके जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद और प्रार्थना करते हैं.’’
इससे पहले हार्दिक पांड्या के छोटे भाई क्रुणाल पांड्या ने मार्टिन की मदद के लिए एक ब्लैंक चेक दिया है. मार्टिन बड़ौदा के रहने वाले हैं और क्रुणाल भी इसी शहर से आते हैं. क्रुणाल ने मार्टिन की मदद के लिए एक ब्लैंक चेक दिया है. टेलीग्राफ के मुताबिक, पांड्या ने ब्लैंक चेक देते हुए कहा, “सर, कृपया इस चेक में जितने भी पैसे की आवश्यक हो भरें, लेकिन 1 लाख रुपये से कम नहीं.” क्रुणाल ने इसी सीजन में अंतरराष्ट्रीय टी-20 में डेब्यू किया है.
बीसीसीआई ने की तुरंत मदद
बीसीसीआई ने उनके ईलाज के लिए पहले ही पांच लाख रुपये की मदद कर चुकी है. जेकब की पत्नी ने बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी को पत्र लिखकर कुछ दिन पहले ही अपील की थी. उन्होंने लिखा था कि मि. मार्टिन को दवाई देना बंद कर दिया गया है. वे वेंटीलेटर पर हैं. उन्होंने निवेदिन किया था किजल्द से जल्द उनकी मदद की करें जिससे कि उनके जीवन बचाया जा सके. उन्होंने मदद की रकम सीधे स्टर्लिंग हॉस्पिटल के बैंक अकाउंट में पैसा जमा करवाने को भी कहा था.
बढ़ता ही जा रहा था अस्पताल का बिल
इसके अलावा बड़ौदा क्रिकेट संघ (बीसीए) ने भी उन्हें तीन लाख रुपये दिए हैं. बीसीसीआई और बीसीए के पूर्व सचिव मार्टिन के परिवार की मदद कर रहे हैं. कोलकाता के अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ ने पटेल के हवाले से लिखा है, “जब मुझे एक्सीडेंट के बारे में पता चला तो मैंने मार्टिन के परिवार की मदद करना चाही. मैंने कुछ लोगों से बात की है, जिनमें समरजीत सिंह शामिल हैं और उन्होंने एक लाख रुपये की मदद की साथ ही पांच लाख रुपये इकट्ठा किए.” उन्होंने कहा, “अस्पताल के बिल पहले से ही 11 लाख रुपये के पार पहुंच चुका है और एक समय पर अस्पताल ने भी दवाइयां देना बंद कर दिया था. बीसीसीआई ने इसके बाद पैसा भेजा और उसके बाद इलाज नहीं रुका.”
46 साल के मार्टिन ने भारत के लिए 1999 से 2001 तक 10 वनडे और खेले हैं, जिनमें उनका औसत 22.57 का रहा है. घरेलू क्रिकेट में उन्होंने बड़ौदा और रेलवे का प्रधिनिधित्व किया है. मार्टिन ने 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत के लिए पहला वनडे खेला था. मार्टिन की कप्तानी में वडोदरा 2000-2001 सीजन में रणजी ट्रॉफी भी जीत चुकी है.