70वां गणतंत्र दिवस आज, राजपथ परेड में पहली बार शामिल होंगे आजाद हिंद फौज के पूर्व सैनिक
देश आज 70वां गणतंत्र दिवस समारोह मना रहा है. यह गणतंत्र दिवस कई मायनों में अनोखा है. राजपथ पर एक नया इतिहास रचा जाएगा. पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में आज़ाद हिंद फौज के सैनिक शामिल होंगे. आज़ादी के 71 वर्ष बाद आज़ाद हिंद फौज को ये सम्मान दिया जा रहा है. नेता जी सुभाष चंद्र बोस और उनकी आज़ाद हिंद फौज ने ब्रिटेन के सम्राट के खिलाफ ही विद्रोह किया था. नेता जी सुभाष चंद्र बोस के वीर सैनिक परेड करेंगे.
गणतंत्र दिवस परेड के मद्देनजर राजपथ से लेकर लालकिले तक के आठ किलोमीटर के परेड मार्ग पर कड़ी निगरानी के लिए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण स्थानों पर महिला कमांडो, अचूक प्रहार करने वाली चलती-फिरती टीमें, विमानविरोधी तोपें और अचूक निशानेबाज तैनात किए गए हैं. दिल्ली पुलिस के अनुसार पराक्रम वाहन रणनीतिक स्थानों की गश्ती रहे हैं ताकि सुरक्षा में कोई समझौता न हो. इन वाहनों में एनएसजी प्रशिक्षित कमांडो होते हैं.
पुलिस के अनुसार आसमान को सुरक्षित रखने के लिए विमान विरोधी तोपों की तैनाती समेत व्यापक उपाय किए गए हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मध्य दिल्ली में सामरिक रुप से महत्वपूर्ण स्थानों पर करीब 25,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. गणतंत्र दिवस समारोह से पहले गिरफ्तार किए गए दो आतंकवादियों के निशाने पर मध्य दिल्ली थी. जैश ए मोहम्मद के दो संदिग्ध सदस्यों अब्दुल लतीफ गनई (29) उर्फ उमैर उर्फ दिलावर और हिलाल अहमद भट (26) की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. दोनों संदिग्ध आतंकवादी 70वें गणतंत्र दिवस समारोहों के दौरान शहर में आतंकवादी हमले करने की साजिश रच रहे थे.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों ने हमलों के लिए लाजपत नगर बाजार, हज मंजिल, तुर्कमान गेट, पहाड़गंज, इंडिया गेट और पूर्वी दिल्ली में आईजीएल गैस पाइपलाइन को अपना संभावित लक्ष्य बनाया था. पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) मधुर वर्मा ने बताया कि शहर में बहुस्तरीय सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. यातायात अधिकारियों समेत करीब 25,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. राजपथ में सीसीटीवी कैमरा और चेहरा पहचानने वाले कैमरे भी लगाए गए हैं.
पिछले साल अगस्त में औपचारिक रूप से शामिल स्वाट इकाई की 36 महिला कमांडो भी सुरक्षा प्रबंधों का हिस्सा होंगे. एनएसजी प्रशिक्षित कमांडो के साथ पराक्रम वैन सामरिक रुप से महत्वपूर्ण स्थलों पर गश्त कर रहे हैं. ऊंची इमारतों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं और परेड मार्ग पर लोगों की गतिविधि पर सीसीटीवी कैमरा नजर रख रहे हैं. हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए विमान भेदी तोपों समेत सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के करीब 25000 सुरक्षा कर्मी दिल्ली में तैनात किए गए हैं. किसी भी प्रकार के हमले की कोशिश को नाकाम करने या हवा में किसी संदिग्ध वस्तु का पता लगाने के लिए ड्रोन रोधी प्रौद्योगिकी भी इस्तेमाल की जा रही है.
सुरक्षा बलों ने भीड़भाड़ वाले बाजारों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को संवेदनशील स्थानों के रूप में चिहि्नत किया है. उनकी सुरक्षा के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. यातायात पुलिस ने मार्गों में परिवर्तन का प्रबंधन और आगंतुक गणमान्य लोगों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए 3000 कर्मियों को तैनात किया है. यातायात पुलिस के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि विजय चौक और लाल किला मैदान के बीच गणतंत्र दिवस परेड के सुचारू संचालन के लिए दिल्ली में यातायात के व्यापक प्रबंध किए गए हैं और पाबंदियां लगाई गई हैं.
गणतंत्र दिवस पर यात्रियों के लिए मेट्रो सेवा सभी स्टेशनों पर उपलब्ध रहेगी लेकिन सुबह पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन स्टेशनों पर मेट्रो में चढ़ने-उतरने की अनुमति नहीं होगी. यातायात पुलिस ने बताया कि परेड विजय चौक से सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर शुरू होगी और राजपथ, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, नेताजी सुभाष मार्ग से होकर लाल किला पहुंचेगी. यातायात परामर्श के अनुसार 25 जनवरी को शाम छह बजे से लेकर परेड पूरी होने तक राजपथ पर विजय चौक से इंडिया गेट तक किसी वाहन को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.