जाली नोटों की तस्करी का सरगना पश्चिम बंगाल से दबोचा, बांग्लादेश से चलता है रैकेट

 उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने जाली नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना और 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश को पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से गिरफ्तार किया गया है. बीएसएफ की मदद से पकड़े गए आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर बांदा लाया जा रहा है, जिसे बांदा स्थित कोर्ट में पेश किया जाएगा. आरोपी के खिलाफ आगे की विधिक कार्यवाही बांदा पुलिस, एनआईए व एटीएस लखनऊ करेगी.

यूपी एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह ने सोमवार को बताया कि पकड़ा गया जाली नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह का सरगना मिथुन उर्फ सलाउद्दीन मियां उर्फ अब्दुल सलाम उर्फ सलाम निवासी नीचू टोला (घोस टोला) थाना कालिया चक जनपद मालदा, पश्चिम बंगाल है. उसके पास से 2 मोबाइल और 500 रुपये मिले.

एसएसपी ने बताया कि आरोपी मिथुन को एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल के मालदा स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जी सेल से सहयोग से बीती दो जनवरी की शाम को जनपद मालदा के थाना कालियाचक के घोसटोला स्थित उसके घर में दबिश देकर गिरफ्तार किया.

50 हजार रुपए का इनाम
एसएसपी ने बताया कि हाल ही में एटीएस और एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए जाली नोटों के तस्करों ने मिथुन से ही नोट लेने की बात कबूली थी. यहीं नहीं 2014 से 2017 तक जनपद बांदा के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में जाली नोटों के साथ पकड़े गए लोगों ने भी मिथुन का जिक्र किया था. उस वक्त उसकी गिरफ्तारी के लिए चित्रकूट धाम परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक ने आरोपी की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था.

बांग्लादेश से आते थे जाली नोट
पूछताछ में मिथुन उर्फ अब्दुल सलाम ने बताया कि वि जाली भारतीय नोट बांग्लादेश के माध्यम से पश्चिम बंगाल लाता है. इस गिरोह का संचालन उसके उसके अलावा एक एन्य शख्स जियाउलहक करता है. बांग्लादेश से जाली नोट मंगाने की जिम्मेदारी जियाउलहक की है और जाली नोटों को खपाने का दायित्व उसका है. उसका मिथुन नाम फर्जी है, जो उसने कारोबार चलाने के लिए रखा था.

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मिथुन को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, मालदा पश्चिम बंगाल के समक्ष पेश कर 3 दिवस का ट्रान्जिट रिमाण्ड स्वीकृत होने पर जनपद बांदा लाया जा रहा है, जिसे जनपद बांदा स्थित सक्षम न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. आरोपी के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्यवाही जनपद बांदा पुलिस, एनआईए व एटीएस लखनऊ द्वारा की जाएगी.

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