पुलवामा हमला: पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले कश्मीरी युवक को पीटा
राजधानी के जंतर-मंतर पर कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद और भारत विरोधी नारेबाजी करने वाले कश्मीरी युवक की रविवार को लोगों ने जमकर धुनाई की। हालांकि, मौके पर पहुंच पुलिस ने उसे किसी तरह से भीड़ बचा लिया। पुलिस उसे अस्पताल ले गई। प्राथमिक उपचार के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, आईबी सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं।
स्पेशल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर आरपी उपाध्याय के मुताबिक, युवक नशे में है। इस कारण यह पता नहीं चल पाया कि आखिरकार उसने भारत विरोधी नारेबाजी क्यों की? युवक की पहचान श्रीनगर स्थित हजरत बल निवासी आबिद (28) के रूप में हुई है। वह शुक्रवार को ही श्रीनगर से दिल्ली आया था। वह करोलबाग स्थित एक होटल में रुका हुआ था। पुलिस उससे घटना को लेकर पूछताछकर रही है।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद देश के कुछ इलाकों में कश्मीर के लोगों के खिलाफ कथित हमलों की खबरें वायरल हो रही हैं। इससे दिल्ली में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि राजधानी में रहने वाले हर कश्मीरी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एक कश्मीरी छात्र ने रविवार को बताया कि सोशल मीडिया पर ऐसा माहौल बन रहा है कि जैसे की हर कश्मीरी गुनहगार है। कुछ लोग सोशल मीडिया पर हर कश्मीरी को सजा देने की बात कह रहे हैं, ऐसे में हमें अपनी सुरक्षा की चिंता है। उन्होंने कहा कि देहरादून, अंबाला और बेंगलुरू में कश्मीरी छात्रों को प्रताड़ित किया जा रहा है और उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
वहीं, जेएनयू में पढ़ने वाले कश्मीर के एक छात्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि देश में कई जगहों पर कश्मीरी छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें निष्कासित करने की मांग की जा रही है। कश्मीरी छात्रों द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
वहीं, डीयू में पढ़ने वाली एक छात्रा का कहना है कि मेरे जो कश्मीरी दोस्त हॉस्टल की बजाय किराए के मकान में रह रहे हैं, वे अपनी सुरक्षा को लेकर अधिक डरे हुए हैं। दिल्ली के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने भी कश्मीरियों पर किए जा रहे कथित हमलों की निंदा की है।
सोशल मीडिया पर मदद के लिए नंबर जारी किए: सोशल मीडिया पर कई लोगों ने कश्मीर के छात्रों और लोगों को भयभीत न होने के लिए कहा है। कई लोगों ने ट्विटर और फेसबुक पर अपने नंबर साझा कर अलग-अलग शहरों में कश्मीर के छात्रों को अपने घर में जगह और सुरक्षा देने का वादा किया है।