भाजपा से नाराज चल रहे पटना के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद बड़ा एलान कर सकते हैं
पूर्व केंद्रीय मंत्री, बॉलीवुड के सुपर स्टार और भाजपा के पटना सांसद शत्रुघ्न सिन्हा शनिवार को रांची के रिम्स में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के लिए पहुंचे। संभव है वे आज बड़ा और चौंकानेवाला एलान करें। भाजपा का दामन छोड़कर वे राजद की लालटेन जलाने या कांग्रेस का हाथ थामने पर भी फैसला ले सकते हैं। कहा जा रहा है कि वे इसी सिलसिले में लालू प्रसाद यादव से फाइनल बातचीत करने पहुंचे हैं। लालू से मुलाकात के लिए रिम्स में पेइंग वार्ड जाते हुए उन्होंने मीडिया को कहा कि उनके भाजपा के बदले राजद या कांग्रेस में जाने पर सस्पेंस जल्द खत्म होगा। रांची में राहुल की रैली के बारे में कहा कि उनको मुबारकबाद देता हूं। वे शानदार नेता हैं।
राहुल गांधी से मुलाकात के सवाल पर शॉटगन ने कहा कि उनसे नजदीकी संबंध हैं। वे राहुल गांधी से जरूर मिलने जाएंगे। इससे पहले बीते दिन रांची एयरपोर्ट से बाहर निकलने के क्रम में उन्होंने कहा कि वे अपने पारिवारिक मित्र लालू प्रसाद यादव से मिलने और उनकी सेहत का हाल जानने रांची आए हैं। हालांकि राजनीतिक गलियारे में उनकी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात को कांग्रेस में शामिल होने से जोड़कर भी कयास लगाए जा रहे हैं। लालू यादव से मिलने जाने के क्रम में हस्ताक्षर के लिए पेइंग वार्ड के बाहर पुलिसकर्मियों ने शत्रुघ्न सिन्हा को 10 मिनट तक रोके रखा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनके साथ उनके राजनीतिक सलाहकार शैबाल सहाय अंदर गए। वहीं सुरक्षाकर्मियों ने राकेश रंजन व कुटी को अंदर जाने से रोक दिया।
चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव से शनिवार को मुलाकातियों का दिन होता है। बीते शनिवार उनसे मिलने हम पार्टी के अध्यक्ष बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह पहुंचे थे। शत्रुघ्न सिन्हा के बारे में कहा जा रहा है कि पटना साहिब सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं और इस बार भाजपा से टिकट कटने की संभावना को देखते हुए वे राजद के टिकट पर चुनाव लड़ने की जुगत बिठा रहे हैं।
इधर लालू प्रसाद से मिलने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा के राहुल गांधी की रैली में शामिल होने की बात भी सबके जुबान पर है। कांग्रेस के कई नेता भी दबी जुबान से कह रहे हैं कि राहुल गांधी और शत्रुघ्न सिन्हा की पहले से मुलाकात तय है, ऐसे में उनके पार्टी के साथ आने पर भी फैसला संभव है। कांग्रेस के वरीय नेता सुबोधकांत सहाय भी शत्रुघ्न सिन्हा को पार्टी में लाने को लेकर बेहद संजीदा हैं। उनके खेमे की ओर से कहा जा रहा है कि सबकुछ तय हो गया है, बस औपचारिक एलान ही बाकी है।
इधर बिहार में महागठबंधन की सीटों का बंटवारा अब तक नहीं होने से जहां कांग्रेस और राजद में लुकाछिपी का खेल चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन के दूसरे दल रालोसपा और हम भी सीटों के बंटवारे में कांग्रेस की ओर से पेच फंसाए जाने की बात कह रहे हैं। बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस की 20 सीट की दावेदारी से दूसरे दल हाशिए पर जाते दिख रहे हैं। हम के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इस बारे में खुलकर अपनी नाराजगी का इजहार कर चुके हैं। लालू प्रसाद यादव से पिछली मुलाकात में उन्होंने दूसरे विकल्पों पर विचार करने के बारे में भी मीडिया को बताया था। तब रांची में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस गठबंधन में अधिक सीटों की मांग कर दूसरे दलों की उपेक्षा कर रही है। ऐसे में विपक्षी महागठबंधन के स्ट्रक्चर पर भी मांझी ने सवाल उठाए थे।