आइसीसी ने आतंक को बढ़ावा देने वाले देशों से क्रिकेट संबंध खत्म करने वाले बीसीसीआइ के अनुरोध को ठुकरा दिया
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (Icc) ने बीसीसीआइ को झटका दिया है। आइसीसी ने आतंक को बढ़ावा देने वाले देशों से क्रिकेट संबंध खत्म करने वाले बीसीसीआइ के अनुरोध को ठुकरा दिया है। आइसीसी ने कहा कि उसकी इन मामलों कोई भूमिका नहीं है। पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) के बाद बीसीसीआइ ने आइसीसी को पत्र लिखकर आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों से संबंध खत्म करने की मांग की थी।
आइसीसी अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि किसी राष्ट्र को बहिष्कार करने का निर्णय सरकारी स्तर पर लिया जाता है और आइसीसी में ऐसा कोई नियम नहीं है। यह मुद्दा शनिवार को आइसीसी बोर्ड की बैठक के दौरान सामने आया, जिसकी अध्यक्षता चेयरमैन शशांक मनोहर ने की थी, लेकिन इस पर ज्यादा समय तक चर्चा नहीं हुई।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड को यह सब पता था, लेकिन फिर भी उसने इस मामले को आइसीसी के सामने उठाया। बीसीसीआई के पत्र में पाकिस्तान का कोई विशेष संदर्भ नहीं था, जिसमें भारत द्वारा आतंकवादियों को शरण देने का आरोप लगाया गया है। इस बैठक में सचिव अमिताभ चौधरी ने बीसीसीआइ का प्रतिनिधित्व किया।
बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि सदस्य देशों के कई खिलाड़ी पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) खेलते हैं और उन्होंने इस तरह का अनुरोध कभी नहीं किया। हां, सुरक्षा एक चिंता का विषय है और इसे लेकर पहले ही चर्चा हो चुकी है।
भारतीय क्रिकेट टीम 16 जून को विश्व कप में पाकिस्तान के साथ खेलने वाली है। पुलवामा हमले के बाद पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) के बाद भारत के हरभजन सिंह और सौरव गांगुली जैसे प्रमुख खिलाड़ियों ने इस मैच का बहिष्कार करने का आग्रह किया है। हालांकि, बीसीसीआइ ने वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलने का फैसला सरकार पर छोड़ दिया है।