हरियाणा के वरिष्ठ IAS अधिकारी डॉ. अशोक खेमका को अपनी 28 साल की सर्विस में 52वां तबादला झेलना पड़ गया

हरियाणा के वरिष्ठ IAS अधिकारी डॉ. अशोक खेमका को अपनी 28 साल की सर्विस में 52वां तबादला झेलना पड़ गया। खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग में प्रधान सचिव के पद पर काम कर रहे खेमका को हटाकर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है।

अमित झा खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के नए अतिरिक्त मुख्य सचिव होंगे। खेल विभाग में प्रधान सचिव के पद पर खेमका की नियुक्ति 13 नवंबर 2017 को हुई थी। खेल मंत्री अनिल विज ने खुद खेमका को मांगकर अपने विभाग में लिया था। खेमका विज के अजीज हैैं। खेल विभाग और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग दोनों के मंत्री अनिल विज ही हैैं।

खेल विभाग के प्रधान सचिव पद पर खेमका करीब 16 माह तक रहे, जो काफी अधिक माना जाता है। वहां खेमका ने कई ऐसे फैसले लिए, जिनकी वजह से सरकार को खिलाडिय़ों के साथ-साथ विपक्ष के भारी विरोध का सामना करना पड़ा, लेकिन तबादले की वजह इस बार कुछ और ही बनी है। खेमका ने अरावली में चकबंदी शुरू करने के हरियाणा सरकार के फैसले पर आपत्ति जाहिर की थी, जिसका खमियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है। खेमका 2012 में जब चकबंदी महानिदेशक थे, तब उन्होंने अरावली क्षेत्र में चकबंदी पर रोक लगा दी थी। उनकी राय है कि इससे अरावली का इको-सिस्टम खराब होगा तथा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ेगा।

फरीदाबाद के कोट गांव का जिक्र करते हुए खेमका ने राय दी थी कि यहां की 3100 एकड़ जमीन में से 2500 एकड़ अरावली क्षेत्र में आती है। चकबंदी अलग-अलग जगह बिखरी पड़ी जमीनों को आपस मिलाने तथा जमीन को लीगलाइज करने की एक प्रक्रिया है। पहाड़ की जमीनों की चकबंदी नहीं हो सकती।

राबर्ट वाड्रा और डीएलएफ का जमीन सौदा रद कर चुके खेमका

अशोक खेमका 1991 बैच के IAS हैैं। 30 अप्रैल 2025 को उनकी रिटायरमेंट है। खेमका का नाम 2012 में उस समय चर्चा में आया था, जब उन्होंने सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा की कंपनी और रीयल एस्टेट की कंपनी डीएलएफ के बीच हुए जमीन सौदे को रद कर दिया था। खेमका का हरियाणा की भाजपा सरकार के तीन मंत्रियों से टकराव हो चुका है।

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