अब गर्भवती महिलाओं की सेहत का रखा जा सकेगा पूरा ख्याल पिता भी नवजात कर सकेंगे देखभाल: रीता बहुगुणा
उत्तर प्रदेश के जिला महिला चिकित्सालयों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्थापित 101 कंगारू मदर केयर इकाइयों (केएमसी) लाउंज का लोकार्पण परिवार कल्याण मंत्री प्रो.रीता बहुगुणा जोशी ने बुधवार को किया। गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इस योजना का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि केएमसी लाउंज के जरिए केवल मां ही नहीं पिता भी नवजात की देखभाल कर सकते हैं। इससे शिशु मृत्युदर में आश्चर्यजनक रूप से गिरावट देखने को मिल रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कई प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं की सेहत का पूरा ख्याल रखा जा सके। यूपी में अल्ट्रासांउड और कई अन्य जांचें मुफ्त हैं।
मंत्री ने कहा कि केंद्र के समर्थन से हम 15 नए मेडिकल कॉलेज खोलने जा रहे हैं, जहां हर तरह के विशेषज्ञ होंगे। कोई बीमार न पड़े, इसलिए आयुष को प्रमोट किया जा रहा है। विश्वविद्यालय बनाए जा रहे हैं, टेलीमेडिसिन और योग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
नवजातों के कम वजन अथवा समय से पूर्व जन्में बच्चों की देखभाल के लिए मदर एंड न्यूनेटल केयर यूनिट की विशेष व्यवस्था के रूप में सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट व कंगारू मदर केयर यूनिट की स्थापना की जा रही है। यह कंगारू मदर केयर यूनिट नवजात शिशु मृत्युदर में गिरावट लाने की सबसे प्रभावशाली प्रक्रिया है। इसके अंतर्गत शिशु को मां की त्वचा के संपर्क में रखा जाता है व केवल मां का दूध पिलाते हुए संक्रमण से बचाव सुनिश्चित किया जाता है।
इस मौके पर कम्यूनिटी इम्पॉवरमेंट लैब फाउंडर व प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. विश्वजीत कुमार ने कहा कि कंगारू मदर केयर ये दर्शाता है कि एक कंगारू मां अपने बच्चे की देखभाल कैसे करती है। इसके जरिए हम केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए एक मिसाल पेश कर रहे हैं।
केएमसी लाउंज की कुल संख्या 170
प्रदेश में नवजात शिशुओं की मृत्यु दर घटाने और नौनिहालों को बेहतर पोषण देने के लिए 101 नये कंगारू मदर केयर (केएमसी) लाउंज किया गया है। इसके बाद प्रदेश में केएमसी लाउंज की कुल संख्या 170 हो जाएगी। कम वजन के या समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों की जीवन रक्षा के लिए कंगारू मदर केयर सबसे प्रभावशाली व नि:शुल्क उपाय है। प्रदेश में अब तक ऐसे 69 लाउंज थे, जहां कंगारू मदर केयर की सुविधा थी। अब 69 जिलों के जिला महिला अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में राज्य सरकार व उप्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से और 101 लाउंज बनाए गए हैं।