राजस्थान: उम्मीदवारों को लेकर BJP-कांग्रेस में हलचलें बढ़ीं, नेताओं को नाम का इंतजार
दिल्ली की कुर्सी पर निगाहें गड़ाए राजनीतिक पार्टियां आगे बढ़ रही हैं. अब चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही राजनीतिक गतिविधियां भी बढ़ गई हैं लेकिन इन तैयारियों में बीजेपी ने अभी तक प्रत्याशियों के टिकिट फाइनल करने को लेकर टोस फॉर्मूला नहीं बनाया है. हालांकि राजनीति का स्थायी फॉर्मूला यानि जिताऊ को टिकिट देने पर ही जोर अभी तक बीजेपी के खेमे में दिख रहा है.
चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से पहले ही दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों को लेकर अटकलों का दौर चल रहा था. कांग्रेस में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकों के बाद मामला अन्तिम दौर में आ गया है. कांग्रेस में अधिकांश सीटों पर सिंगल नाम का पैनल तैयार कर लिया गया है लेकिन अभी बीजेपी में इस मामले में ज्यादा कवायद नहीं दिख रही है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सतीश पूनिया कहते हैं कि पार्टी ने अभी कोई फॉर्मूला भले तय नहीं किया हो लेकिन इतना तय है कि बीजेपी चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाले प्रत्याशियों को ही टिकिट देगी.
पार्टी में टिकिट की कतार में विधानसभा चुनाव लड़ने वाले कई नेता भी शामिल हैं. इसमें मौजूदा विधायकों के साथ ही चुनाव हारने वाले चेहरे भी शामिल हैं. ऐसे नेता भई टिकिट के दावेदारों में हैं जिनका टिकिट पार्टी ने विधानसभा चुनाव में ही काट दिया था. फॉर्मूले के सवाल पर जयपुर शहर बीजेपी के जिलाध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता कहते हैं कि फॉर्मूले का विषय आम जनता के मतलब का है ही नहीं. गुप्ता कहते हैं कि जनता से तो उनकी पार्टी सिर्फ मोदी को जिताने और मोदी को पीएम बनाने की अपील ही लगातार कर रही है.