भाजपा प्रचारक कहने पर राज्यपाल की आपत्ति, कहा-अखिलेश का ट्वीट गैर जिम्मेदाराना
। राज्यपाल राम नाईक ने सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के उस ट्वीट को अत्यंत गैर जिम्मेदाराना ठहराया है, जिसमें राज्यपाल को भाजपा का प्रचारक बताया गया था। राज्यपाल ने इस पर आपत्ति जताते हुए अखिलेश को पत्र भेजा है और इसे सार्वजनिक भी कर दिया।
नाईक ने अखिलेश को भेजे पत्र में कहा है कि राजनीति में राज्यपाल को अनावश्यक लाना सांविधानिक पदों का अनादर है। उन्होंने कहा कि सामान्यतया मैैं किसी राजनीतिक बयान का संज्ञान नहीं लेता हूं, जैसे कि पूर्व मंत्री आजम खां के मामले में मैंने कभी कोई बयान जारी नहीं किया लेकिन, आपके यह उद्गार सर्वथा अनुचित हैं।
राज्यपाल ने पत्र में अखिलेश से कहा है कि आप एक जिम्मेदार नागरिक हैं, मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। चुनाव के समय ऐसी बातें कदाचित उपयुक्त नहीं हैं। आपसे इस तरह के आक्षेप की अपेक्षा नहीं की जाती।
राज्यपाल ने बताया कि 10 मार्च को चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद न तो वह किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में गए हैं और न ही कोई राजनीतिक वक्तव्य दिया है। समाचार पत्रों में अखिलेश के ट्वीट पर प्रकाशित खबरों के हवाले से नाईक ने पत्र में कहा है कि शायद आप बस हादसे में डॉ.ज्योति व छह वर्षीय पुत्री की दर्दनाक मौत की बात कर रहे हैं, जिनके राजाजीपुरम स्थित आवास पर मैं गया था।
राज्यपाल ने कहा कि डॉ.ज्योति राजभवन चिकित्सालय में तैनात डॉ.अनिल निर्वाण के भाई की पत्नी थीं और ऐसे मौके पर अपने स्टाफ के दुख दर्द में पहुंचना मैं अपना दायित्व मानता हूं। नाईक ने कहा कि यह तो दुर्घटना की बात है, मैैं तो खुशी के अवसर पर नेताजी सहित आप जैसे महानुभावों के जन्मदिवस पर बधाई देता हूं और आवास पर भी जाता हूं।
माफी मांगें अखिलेश : श्रीकांत
राज्य सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि ऐसी संवेदनहीनता के लिए अखिलेश यादव को राज्यपाल और शोकाकुल परिवार से माफी मांगनी चाहिए। अखिलेश को मुद्दों की राजनीति करने की सलाह देते हुए शर्मा ने कहा कि मौत पर सांत्वना देने गए राज्यपाल को ओछी राजनीति में घसीटना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।
प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेश भाजपा पर आरोप लगाएं, हम स्वागत करेंगे और उसी अंदाज में जवाब भी देंगे। उन्होंने कहा कि मुद्दों के अकाल से जूझ रही पार्टी के मुखिया पहले ही हार मान चुके हैैं और मीडिया में बने रहने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।