बेकार गई राणा और रसेल की पारी, बेंगलुरु ने 10 रन से जीता रोमांचक मुकाबला
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने अपनी सटीक गेंदबाजी के दम पर कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान पर शुक्रवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन के मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स (KRR) को 10 रन से हरा दिया. कोहली ने 58 गेंदों पर 100 रन बनाये जिसमें नौ चौके और चार छक्के शामिल हैं. मोईन अली ने केवल 28 गेंदों पर पांच चौकों और छह छक्कों की मदद से 66 रन बनाये. इन दोनों के प्रयास से आरसीबी ने आखिरी दस ओवरों में 143 रन जुटाने में सफल रहा. इनमें से 91 रन अंतिम पांच ओवरों में बने और स्कोर चार विकेट पर 213 रन पर पहुंच गया.
बड़े लक्ष्य के सामने केकेआर ने धीमी शुरुआत की जो आखिर में उसे महंगी पड़ी. नितीश राणा (46 गेंदों पर नाबाद 85 रन) और आंद्रे रसेल (25 गेंदों पर 65 रन) ने अंतिम छह ओवरों में 102 रन जोड़े लेकिन तब भी टीम पांच विकेट पर 203 रन तक ही पहुंच पायी. राणा ने नौ चौके और पांच छक्के जबकि रसेल ने दो चौके और नौ छक्के लगाये.
बेंगलुरु की यह नौ मैचों में दूसरी जीत है जबकि केकेआर को लगातार चार मैच जीतने के बाद लगातार चौथी हार का सामना करना पड़ा. उसकी नौ मैचों में यह कुल पांचवीं हार है.
बेंगलुरु की पारी कोहली के आसपास घूमती रही. उन्होंने मोईन के साथ तीसरे विकेट के लिये 43 गेंदों पर 90 रन की साझेदारी की. इसमें कोहली का योगदान 22 रन का था जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नौवें ओवर में क्रीज पर उतरने के बाद कितने हावी होकर खेले. उनके आउट होने के बाद कोहली ने मार्कस स्टोइनिस (आठ गेंद पर नाबाद 17) के साथ चौथे विकेट के लिये 24 गेंदों पर 64 रन जोड़े. इसमें कोहली का योगदान 45 रन था.
डेल स्टेन (40 रन देकर दो) की वापसी से बेंगलुरुकी गेंदबाजी को भी मजबूती मिली. उनके सानिध्य में नवदीप सैनी और मोहम्मद सिराज ने भी अच्छी गेंदबाजी की. केकेआर पावरप्ले में केवल 37 रन बना पाया और इस बीच उसने क्रिस लिन (एक), सुनील नारायण (18) और शुभमन गिल (नौ) के विकेट गंवाये.
इसके बाद भी रन गति धीमी रही. रोबिन उथप्पा (20 गेंदों पर नौ रन) ने क्रीज पर टिककर केकेआर को काफी नुकसान पहुंचाया. उनके 12वें ओवर में आउट होने के बाद रसेल ने क्रीज पर कदम रखा. तब केकेआर को 49 गेंदों पर 133 रन की दरकार थी.
रसेल ने पारी के 15वें ओवर में युजवेंद्र चहल पर लगातार तीन छक्के लगाये. इसके बाद रन गति बनाये रखने का जिम्मा उठाये रखने वाले राणा ने सैनी पर दो छक्के जड़े. इनमें से पहले छक्के से उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया. अंतिम तीन ओवरों में 61 रन चाहिए थे लेकिन कोहली के चेहरे पर शिकन साफ दिख रही थी क्योंकि न सिर्फ रसेल क्रीज पर थे बल्कि राणा अपने असली रंग में दिख रहे थे.
स्टेन गेंदबाजी के लिये आये लेकिन राणा ने उन पर दो छक्के और चौका जड़कर 18 रन बटोर दिये. रसेल ने स्टोइनिस पर लगातार तीन छक्के लगाकर 21 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया. अंतिम ओवर में केकेआर के सामने 24 रन का लक्ष्य था. कोहली ने मोईन को गेंद सौंपी. रसेल और राणा उन पर एक एक छक्का ही लगा पाये.
इससे पहले कोहली ने शुरू से जिम्मा संभाले रखा था लेकिन तब भी नौ ओवर के बाद स्कोर दो विकेट पर 60 रन था. मोईन के आने से रन गति में तेजी आयी और फिर पारी का परिदृश्य बदल दिया. बेंगलुरुने शुरू में पार्थिव पटेल (11) और अक्षदीप नाथ (13) के विकेट गंवाये थे.
मोईन ने कुलदीप यादव पर लांग ऑन पर छक्का जड़कर शुरुआत की तथा इसके बाद आंद्रे रसेल और पीयूष चावला की गेंदें भी छह रन के लिये भेजी. लेकिन कुलदीप उनके विशेष निशाने पर रहे. उन्होंने इस चाइनामैन गेंदबाज के तीसरे ओवर में छक्का और चौका लगाया. दिनेश कार्तिक ने पारी का 16वां ओवर कुलदीप को सौंपा और मोईन ने इस ओवर की अंतिम गेंद पर आउट होने से पहले 27 रन बटोर दिये. इसमें तीन छक्के और दो चौके शामिल हैं. एक और लंबा शाट खेलने के प्रयास में वह कैच दे बैठे.
डेथ ओवरों के लिये मंच सज चुका था और कोहली ने इसका पूरा फायदा उठाया. हैरी गुर्ने पर लगाया गया उनका छक्का वास्तव में दर्शनीय था. इसके बाद उन्होंने नारायण और प्रसिद्ध कृष्णा की गेंदें भी छह रन के लिये भेजीं. आखिरी ओवर से पहले वह शतक से चार रन दूर थे. स्टोइनिस ने गुर्ने पर चौका और छक्का लगाया लेकिन उन्होंने कोहली को मौका दिया और भारतीय कप्तान ने अगली गेंद को चार रन के लिये भेजकर सैकड़ा पूरा कर दिया. पारी की आखिरी गेंद पर हालांकि वह डीप मिडविकेट पर कैच दे बैठे.