IPL 2019 Qualifier 1 MI vs CSK: टॉस बनेगा बॉस…

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में मंगलवार को चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में मुंबई इंडियंस (MI) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच पहला क्वालीफायर (Qualifier) खेला जाएगा। चेन्नई की पिच इस सीजन में काफी धीमा खेली है, ऐसे में टॉस काफी मायने रखता है।

इस सीजन में अब तक खेले 7 मैचों में 5 बार टॉस जीतने वाली टीम ने ही जीत हासिल की है। आइए जानते हैं ऐसे ही चार प्वाइंट जो इस मैच का रुख बदल सकते हैं।

टॉस 
चेपॉक के पिच पर टॉस जीतना मैच जीतने जैसा है। टॉस जीतने वाली टीम की सफलता का औसत लगभग 80 फीसदी है। चेपॉप पिच इस साल कुछ ज्यादा धीमा खेल रही है, ऐसे में दोनों टीम अपने मजूबत पक्ष के आधार पर फैसला ले सकती है।

हालांकि, खास बात यह है कि मुंबई इस सीजन में चेन्नई के इस मैदान में टॉस हारकर भी मैच जीत चुकी है।

स्पिनर्स
चेपॉक के मैदान में इस पूरे सीजन स्पिनर्स का जलावा रहा है। इमरान ताहिर, हरभजन सिंह और रवींद्र जडेजा ने इस आइपीएल में अपनी गेंदबाजी से चेन्नई को कई मैच जिताए हैं।

पर्पल कैप की रेस में दूसरे स्थान पर मौजूद ताहिर ने चेन्नई के इस पिच पर दिल्ली के खिलाफ 12 रन देकर 4 विकेट लिए थे। फिरकी के दबदबे को हम इस बात से समझ सकते हैं कि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी इस मैदान में तीन स्पिनर्स के साथ उतरते हैं।

ओस
चेपॉक स्टेडियम में ओस महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बाद में बल्लेबाजी करना ज्यादा फायदेमंद होता है। अबतक इस सीजन में चार बार बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत हासिल की है। ओस गिरने के बाद गेंद पर पकड़ बनाना काफी मुश्किल होता है, ऐसे में सही लेंथ पर गेंद डालने में काफी दिक्कत होती है। ओस के प्रभाव का अनुमान इस बात से लगा सकते हैं कि क्वालीफायर मैच को एक घंटे पहले ही शुरू हो किया जा रहा है।

आखिरी ओवर्स
वैसे तो टी-20 क्रिकेट में आखिरी ओवर्स का अपना महत्व होता है, लेकिन चेन्नई में जीत के लिए डेथ ओवर्स में रन बनाना जरूरी है। चेन्नई के लिए यह काम धौनी करते आ रहे हैं। वहीं, चेन्नई की टीम इस आइपीएल सबसे धीमी शुरुआत करने वाली टीम है।

हालांकि, चेन्नई ने आखिरी ओवर्स में खूब रन बटोरे हैं। इस सीजन चेन्नई अपने घरेलू मैदान में सिर्फ एक मैच हारी है, जिसमें मुंबई की ओर से हार्दिक पंड्या ने लास्ट के ओवर्स में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की थी।



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