पूरे देश से 27 मुस्लिम सांसद पहुंचे लोकसभा, सदन में ख़त्म हुआ मुस्लिमों का सूखा

2014 के बाद 2019 में एक बार फिर देश की आवाम ने मोदी सरकार पर विश्वास किया और प्रचंड बहुमत से फिर सरकार बना दी है. भाजपा ने भले ही इस बार 2014 से बड़ी जीत हासिल की हो, किन्तु यूपी में वह 2014 के संग्राम को दोहरा नहीं पाई. यूपी में गत वर्ष 73 लोकसभा सीटों के साथ संसद में पहुंचे भाजपा को इस बार 61 सीटों पर जीत हासिल की है.

यूपी को दो लोकसभा सीट इटावा और कैराना में अभी बीजेपी आगे चल रही है. इस बार उत्तर प्रदेश से 6 मुस्लिम सांसद सदन में पहुंचे है. वहीं, देशभर से इस दफा 24 मुस्लिम सांसद सदन में पहुंचे हैं. 2014 मोदी लहर के कारण देश के सबसे बड़े सूबे यूपी में एक भी मुस्लिम सांसद लोकसभा नहीं पहुंच पाया था.

मोदी नाम की लहर 2019 लोकसभा चुनाव में एक दफा वापस नज़र आया है. यूपी में सपा-बसपा और रालोद गठबंधन हिट तो नहीं हो पाया, किन्तु कुछ सीटे जीतने में गठबंधन सफल रहा. उत्तर प्रदेश से इस बार सबसे ज्यादा छह मुस्लिम सांसद लोकसभा पहुंचे हैं. 

यूपी की सबसे हॉट सीट में से एक रामपुर से आजम खान ने जया प्रदा को मात दी है, मुरादाबाद सीट से सपा के एचटी हसन ने जीत दर्ज की. अमरोहा सीट से बसपा प्रत्याशी दानिश अली जीते.

वहीं, संभल सीट से डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क सांसद बने. सहारनपुर सीट से भी महागठबंधन के प्रत्याशी हाजी फजलुर्रहमान ने जीत दर्ज की तो गाजीपुर सीट से अफजाल अंसारी निर्वाचित हुए.  

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