सूरत में हुए हादसे में बच्चो की जान बचाने वाले केतन ने कहा कुछ ऐसा कि…

शहर में शुक्रवार को एक चार मंजिला व्यवसायिक परिसर में भीषण आग लगने से 20 लोगों की मौत हो गई। ये छात्र वहां कोचिंग के लिए आए थे। अधिकतर छात्रों की मौत घबराहट में तीसरी और चौथी मंजिल से नीचे कूद जाने के कारण हुई। आग लगने पर एक शख्स ऐसा भी था जिसने अपनी जान की परवाह ना करते हुए जलती हुई बिल्डिंग में प्रवेश किया और कम से कम 10 छात्रों की जान बचाई।

कुछ ऐसा बोले केतन 

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार केतन जोरावाडिया ने इस बिल्डिंग के पिछले हिस्से में जाकर सीढ़ी की मदद लेते हुए ये काम किया। केतन का कहना है, “उधर धुंआ था। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करुं। एक लड़की आग से बचने के प्रयास में मेरे सामने बिल्डिंग से गिरी।” इस घटना से केतन को बहुत दुख हुआ और उन्होंने कुछ करने का सोचा।

केतन ने बचाई जान 

जानकारी के मुताबिक केतन ने कहा, “मैंने सीढ़ी ली और सबसे पहले बच्चों को उस जगह से निकालने में मदद की। बिल्डिंग के पिछले हिस्से से मैंने करीब 8-10 बच्चों को बचा लिया। इसके बाद मैंने दो और बच्चों की जान बचाई।

मैं जितने बच्चों को बचा सकता था, उतनों को बचाया।” आग लगने के करीब 40-45 मिनट बाद दमकल की गाड़ी यहां पहुंची। उन्हें कुछ समय फायर टेंडर्स की पार्किंग में भी लगा

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