सभी आर्थिक लक्ष्यों से चूका पाकिस्तान, चरमराई अर्थव्यवस्था…
पाकिस्तान की इमरान सरकार देश की अर्थव्यवस्था के लगभग सभी क्षेत्रों में विकास के लक्ष्यों को पाने में नाकाम रही है. देश के आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, जून में ख़त्म हो रहे वित्त वर्ष में पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 3.3 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई जा रही है, जो कि पूर्व सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य 6.3 प्रतिशत का लगभग आधा ही है.
वित्त वर्ष 2018-19 का वित्तीय सर्वेक्षण 11 जून को अगामी बजट पेश होने के एक दिन पहले आधिकारिक रूप से जारी किया जाएगा, किन्तु इसके कुछ विवरणों को स्थानीय अख़बार ने प्रकाशित किया.
वित्तीय सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक, केवल पशुधन ही एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें निर्धारित लक्ष्य 3.8 प्रतिशत के मुकाबले चार प्रतिशत की ग्रोथ रेट दर्ज की गई है. मतलब लक्ष्य से ज्यादा ग्रोथ रेट दर्ज की गई है.
वहीं, औद्योगिक क्षेत्र की विकास दर केवल 1.4 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो निर्धारित लक्ष्य 7.6 फीसदी से बेहद कम है, हालांकि कई बिजली संयंत्रों लगाए जाने और क्षेत्र की अन्य परियोजनाओं के पूरे होने की वजह से बिजली उत्पादन में वृद्धि हुई है.
सेवा क्षेत्र की ग्रोथ रेट 4.7 प्रतिशत रही जबकि लक्ष्य 6.5 फीसदी रखी गई थी. निर्माण क्षेत्र की ग्रोथ रेट 7.6 प्रतिशत रही जबकि इसमें लक्ष्य 10 प्रतिशत निर्धारित की गई थी.