पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार ने GDP ग्रोथ रेट पर उठाए सवाल, सरकार ने खारिज किया
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बहुत बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2012 से 2017 के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था 7 फीसदी की दर से नहीं, बल्कि 4.5 फीसदी की दर से विकास कर रही थी. इस दौरान 7 फीसदी विकास दर का जो दावा किया जा रहा है वह ओवर-एस्टिमेटेड है. हालांकि, उनके इस बयान को सरकार ने बेबुनियाद बताया. सरकार की तरफ से कहा गया कि विकास दर निकालने के लिए सभी प्रक्रियाओं और नियमों का पालन किया गया.
अरविंद सुब्रमण्यम ने यह बात अपने एक रिसर्च पेपर में कहा है. रिसर्च पेपर को सेंटर फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट एट हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से पब्लिश किया गया है. अपने रिसर्च में उन्होंने कहा कि, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का डेटा गलत तरीके से निकाला गया है. इसमें कई खामियां हैं. बता दें, सुब्रमण्यम ने अपने पद से अगस्त 2018 में इस्तीफा दे दिया था, जबकि उनका बढ़ा हुआ कार्यकाल मई 2019 तक था.
सुब्रमण्यम के रिसर्च पेपर पर मिनिस्ट्री ऑफ स्टेटिक्स की तरफ से कहा गया कि, हमने समय-समय पर GDP निकालने से संबंधित कई जानकारी सार्वजनिक की हैं. साथ में यह भी कहा गया कि, भारत में GDP का डेटा यूनाइटेड नेशन द्वारा अपनागए नेशनल अकाउंट्स सिस्टम 2008 के आधार पर निकाला जाता है.