सच हो रहीं हैं महाभारत के समय की गई यह भविष्यवाणियां
कहा जाता है हिंदू धर्म के अनुसार इस धर्म में बहुत से वेद पुराण और ग्रंथ मौजूद है, जिनका बहुत महत्व माना गया है इन सभी ग्रंथों में जीवन का सार बताया गया है परंतु ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं होगा जिसने कभी इन वेद पुराणों और ग्रंथों को खोल कर देखा होगा और किसी ने भी ठीक प्रकार से इसको ना पढ़ा होगा और ना ही गौर किया होगा और ना ही कभी इसके अर्थ के बारे में जानने की कोशिश की होगी. ऐसे में जो बातें इन ग्रंथों में बताई गई है वह वर्तमान समय यानी कलयुग में सत्य होती नजर आ रही हैं जो आप देख सकते हैं. जी हाँ, महाभारत में ऐसे बहुत से राज छुपे हैं जिनके विषय में आपको जानकारी नहीं होगी, महाभारत में ऐसे बहुत सी बातें बताई गई हैं, जिनको पढ़ने के पश्चात आप अपनी समस्त परेशानियों से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं. इसी के साथ आपकी जो भी समस्या है वह अपने आप दूर हो जायेंगीं. अब आज हम आपको महाभारत की ऐसी कुछ भविष्यवाणियों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो आज के समय में बिल्कुल सत्य हो रही हैं. आइए बताते हैं.
- महाभारत में इस बात का उल्लेख किया गया है कि कलयुग में महिला और पुरुष बिना विवाह के एक साथ अपनी मर्जी से एक छत के नीचे रहेंगे और लोगों को अपने व्यवसाय में सफलता छल कपट और शक्ति के बलबूते पर प्राप्त होगी और जो कलयुग में एक धागा यानी जनेऊ पहनेगा वह अपने आपको ब्राह्मण बताएगा और आज के समय में यह सब सत्य हो रहा है.
- महाभारत में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जो व्यक्ति कलयुग में जितना धनवान होगा वह उतना गुनी माना जाएगा, इसी के साथ न्यायालय में न्याय सिर्फ धन के बलबूते पर होगा।
- महाभारत में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जो व्यक्ति कलयुग में रिश्वत देने या धन खर्च करने में सक्षम नहीं हो पाएगा उसको ठीक न्याय नहीं मिल पाएगा परंतु जो व्यक्ति चतुर और स्वार्थी होगा उसको ही सबसे ज्यादा विद्वान माना जाएगा. आज यह सब सम्भव है.
- महाभारत में इस बात का वर्णन मिलता है कि जो व्यक्ति तनाव और दुख में रहेगा उनको भूख और प्यास की चिंता लगी रहेगी कलयुग में हर कोई व्यक्ति किसी ना किसी बीमारी से परेशान रहेगा और आज यह सत्य है.
- महाभारत में इस बात को बताया गया है कि कलयुग में लोग नदी तलाब को तीर्थ मानेंगे और इंसान अपने माता पिता की आलोचना करेगा व्यक्ति अपने सर के ऊपर बड़े बड़े बाल रख कर अपने आपको सबसे सुंदर समझेगा कलयुग में सबका उद्देश्य सिर्फ एक ही रहेगा “पेट भरना”.
- महाभारत में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जिस इंसान के पास कलयुग में धन नहीं होगा उसको अपवित्र अधर्मी और निकम्मा समझा जाएगा कलयुग में विवाह मात्र दो लोगों के बीच समझौता बनकर रह जाएगा स्नान करने मात्र से ही लोग अपने आपको शुद्ध समझने लगेंगे।