डॉक्टर से मारपीट के विरोध में और सुरक्षा कानून बनाने की मांग को लेकर डॉक्टर आज से 24 घंटे की हड़ताल पर….

पश्चिम बंगाल में डॉक्टर से मारपीट के विरोध में और सुरक्षा कानून बनाने की मांग को लेकर जिले के डॉक्टर आज से 24 घंटे की हड़ताल पर हैं। इस दौरान जनपद के लगभग 600 छोटे-बड़े नर्सिंग होम मंगलवार सुबह छह बजे तक बंद रहेंगे। आइएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) के आह्वान पर की जाने वाली इस हड़ताल में सरकारी डॉक्टर भी सुबह आठ से 10 बजे तक दो घंटे कार्य बहिष्कार पर रहे।

आइएमए लंबे समय से डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की मांग कर रहा है। पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में डॉक्टर से मारपीट के बाद एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टरों ने देशभर में प्रदर्शन किया। इसी क्रम में  देहरादून में भी डॉक्टर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे थे। आइएमए देहरादून शाखा के अध्यक्ष डॉ. संजय गोयल ने बताया कि जिले में लगभग 2000 डॉक्टरों ने 24 घंटे के लिए हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। साथ ही विभिन्न जगह डॉक्टर प्रदर्शन भी करेंगे। उन्होंने बताया कि देश में डॉक्टरों की सुरक्षा के

लिए एक कानून होना चाहिए। वर्तमान में बहुत से कानून हैं, लेकिन उनमें सुरक्षा का कोई कानून ही नहीं है। अस्पताल में हंगामा, तोड़फोड़ और अभद्रता आदि डॉक्टरों के साथ होता है तो उसमें वे खुद यह सोचकर पीछे हट जाते हैं कि हंगामा करने वाले कहीं न कहीं बीमार के साथी हैं। पर अब लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। देशभर में डॉक्टरों के साथ घटनाएं बढ़ रहीं हैं। इन स्थितियों में काम करना कठिन हो गया है। इसके लिए कानून जरूरी है।

हरिद्वार में हड़ताल के चलते मरीजों को लौटना पड़ रहा निराश  

कोलकाता के एक निजी अस्पताल में डाक्टर की पिटाई के देशव्यापी विरोध के क्रम में आइएमए के आह्वान पर जिले के भी निजी डाक्टरों ने आज हड़ताल कर दिया है। निजी डाक्टरों के क्लीनिक, नर्सिंग होम बंद होने से मरीजों को निराश लौटना पड़ रहा है। केवल आपातकालीन सेवाएं दी जा रही हैं। आइएमए के जनपदीय अध्यक्ष डॉ जसप्रीत सिंह ने बताया आज पूरे दिन आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाएं ठप रहेंगी। सरकार को डाक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। आए दिन किसी न किसी राज्य में डाक्टरों पर इस तरह के व्यवहार का एसोसिएशन विरोध करते हुए निंदा करता है। वहीं हड़ताल के चलते मरीजों को सरकारी अस्पताल की ओर रूख करना पड़ रहा है।

ऋषिकेश में चिकित्सकों ने तहसील में प्रदर्शन कर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा

कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ मरीज के परिजनों द्वारा की गई मारपीट के खिलाफ ऋषिकेश के सभी चिकित्सक 24 घंटे की हड़ताल पर रहे। चिकित्सकों ने तहसील में प्रदर्शन कर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। आइएमए और इंडियन डेंटल एसोसिएशन के सदस्य सोमवार की सुबह देहरादून रोड स्थित राजकीय चिकित्सालय में एकत्र हुए। यहां चिकित्सकों ने पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। चिकित्सकों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकाला। आइएमए के अध्यक्ष डॉ हरिओम प्रसाद ने बताया कि सोमवार की सुबह 6 बजे से मंगलवार की सुबह 6 बजे तक चिकित्सक हड़ताल पर हैं। सिर्फ आपातकालीन सेवाएं जारी रखी गई है। चिकित्सकों ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर हमलावरों की गिरफ्तारी और चिकित्सा संस्थानों में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग की। प्रदर्शन में डॉ यू एस खरोला, डॉ अमित शर्मा, डॉ इंदु शर्मा, डॉ गगन शर्मा, डॉ एन बी श्रीवास्तव, डॉ बीसी रमोला, डॉ यू पी सिंह, वंदना राजपूत, डॉ विनीता राजपूत, डॉ वीके पुरी, डॉ यूपी गुप्ता, डॉ राजे नेगी, डॉ राजेंद्र गर्ग, डॉ बीसी रमोला, डॉ चेतन रियाल आदि शामिल हुए।

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