उत्तरी सिक्किम में बादल फटने के बाद भयंकर बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
उत्तरी सिक्किम में भारी बरसात और बादल फटने की वजह से लगभग 300 पर्यटक फंसे हुए हैं। सोमवार को बादल फटने से हुई मूसलधार बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। भूस्खलन से सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तीस्ता नदी में जलस्तर बढ़ने से कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। उफान के चलते डिक्चु में स्थित एनएचपीसी का गेस्ट हाउस भी नदी में बह गया।
तिंगवोंग और साक्योंग पेंटोंग गांव को जोड़ने वाला सस्पेंशन ब्रिज भी ध्वस्त हो गया। इससे पेंटोंग गांव का राज्य से संपर्क टूट गया है। भूस्खलन के चलते उत्तर सिक्किम घूमने गए पर्यटकों की 60 गाड़ियां लाचेन और जेमा-3 के बीच फंस गईं। इनमें फंसे 300 पर्यटकों को आईटीबीपी और पुलिस ने लाचेन पहुंचाया है।
प्रशासन ने 3 दिन तक पर्यटकों के उत्तरी सिक्किम जाने पर रोक लगा दी है। भूस्खलन से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दक्षिण सिक्किम के सिम्चुथांग में एक सस्पेंशन ब्रिज नदी में बह गया। यह ब्रिज पैदल यात्रियों के लिए था। यह दक्षिण और पूर्व जिलों को जोड़ता था।