शराब कारोबार से सियासी कोहराम: उत्तराखंड
अलकनंदा और भागीरथी नदी जिस देवप्रयाग क्षेत्र से गंगा हो जाती है, वहां ‘हिल टॉप’ के शराब कारोबार से सियासी कोहराम मच गया है। अपने-अपने समय में सियासी दलों ने इस शराब का नशा ‘गटक’ तो लिया, लेकिन अब कदम लड़खड़ाने लगे हैं। बात, इसने पिलाई… उसने पिलाई तक पहुंच चुकी है। कांग्रेस से लेकर भाजपा तक उलझन में है। सवालों के घेरे में है। कहानी कांग्रेस राज से शुरू होकर भाजपा तक पहुंच रही है। आरोप- प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। भाजपा के लिए मुश्किल ये है कि जिस हिंदुत्व के एजेंडे में उसकी जान बसी है, उसमें आखिर कैसे देवप्रयाग जैसे धार्मिक स्थल से शराब कारोबार की फलती-फूलती स्थिति निकल सकती है। कांग्रेस की जहां तक बात है, वह भाजपा सरकार की तरफ एक अंगुली उठा रही है, तो तीन अंगुलियां उसकी तरफ भी उठ रही हैं।