रुफिल ने बाजार में उतारा सॉफ्ट पनीर, जर्मन टैक्नोलॉजी की पैकेजिंग का उपयोग करते हुए
रुफिल ने बाजार में पेश किया जर्मन तकनीक से पैक किया गया एकदम नया पनीर, बाजार में उपलब्ध सबसे अच्छे वैक्यूम पैक वाले पनीर में से एक।
अपनी खास पैकेजिंग के कारण पनीर लंबे समय तक रहता है बिलकुल ताजा।
जयपुर, अजमेर और राजस्थान के शेखावाटी बेल्ट में उपलब्ध होगा रुफिल पनीर।
राजेंद्र और उर्सुला जोशी फूड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (रुफिल) ने एकदम नया और ताजा पनीर बाजार में उतारा है। अत्याधुनिक तकनीक के साथ ऑटोमेटेड प्रोसेस के साथ निर्मित रुफिल पनीर जर्मन तकनीक का इस्तेमाल करते हुए पैक किया जाता है और इस तरह यह बाजार में उपलब्ध सबसे अच्छे वैक्यूम पैक वाले पनीर में से एक है। यह तकनीक बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद देने में मदद करती है और इसीलिए बाजार में उपलब्ध अन्य पैकेजिंग की तुलना में रुफिल पनीर की ताजगी और सॉफ्टनेस लंबे समय तक कायम रहती है। राजस्थान में वर्ष 2017-18 में पनीर की बिक्री 1600 मीट्रिक टन से अधिक थी। रुफिल पनीर 200 ग्राम और 1 किलो की पैकेजिंग में उपलब्ध होगा।
महिंद्रा वल्र्ड सिटी, जयपुर में प्लांट के साथ, कंपनी डेयरी प्रोसेसिंग और प्रोडक्ट्स में स्विस विशेषज्ञता का दावा करती है। कंपनी ने सबसे पहले अपने कप दही और मसाला छाछ के साथ वैल्यू एडेड प्रोडक्ट्स के प्रोडक्शन का काम शुरू किया। भविष्य में कंपनी ने और भी अनेक प्रोडक्ट्स जैसे आइसक्रीम, स्विस स्टाइल का दही, गाय का घी आदि लॉन्च करने की योजना बनाई है। वर्तमान में रुफिल 500 एमएल और 1000 एमएल पैकिंग में दूध (फुल क्रीम, टोन्ड, डबल टोन्ड), 1 किलोग्राम की पैकेजिंग में दही, सादा छाछ, कप दही और मसाला छाछ का उत्पादन करती है।
रुफिल के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री अभिषेक जोशी ने कहा, ‘‘डेयरी उद्योग में संगठित बाजार वर्तमान में भारत में लगभग 22 प्रतिशत है। संगठित क्षेत्र के मूल्यवर्धित उत्पादों का हिस्सा लगभग 25 प्रतिशत तक होता है, जिसमें पनीर केवल 3 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है। वर्तमान में खुले में बिकने वाले पनीर का बाजार बहुत बड़ा है लेकिन हम देखते हैं कि उपभोक्ता का रुझान पैक्ड पनीर की ओर बदल रहा है। विशेष रूप से पनीर जैसे प्रोडक्ट को लेकर उपभोक्ता खाद्य सुरक्षा, स्वच्छता और उत्पाद की समग्र गुणवत्ता के बारे में जागरूक हो रहे हैं। इसलिए हमारा मानना है कि रूफिल से लगातार प्रीमियम गुणवत्ता वाला पनीर वितरित करके, हम उपभोक्ताओं को खुले में बिकने वाले पनीर की अपेक्षा पैक्ड पनीर खरीदने के लिए आसानी से राजी कर पाएंगे।‘‘
कंपनी अपने उत्पादों, विशेष रूप से रेस्तरां और होटलों के बीच पनीर के उपयोग को बढ़ावा देने का भी प्रयास करेगी। रुफिल पनीर जयपुर, अजमेर और राजस्थान के शेखावाटी बेल्ट में उपलब्ध होगा, और अब यह 500 से अधिक रूफिल पार्टनर स्टोर्स पर उपलब्ध होगा। रुफिल पनीर की विशेष पैकेजिंग में एक लाइट बेरियर है, जो इसे दूषित होने से रोकेगा और इस तरह यह पनीर लंबे समय तक टिकाऊ होगा।
रुफिल के बारे में :-
रुफिल ने शुरुआती दौर में डेयरी उत्पादों के साथ खाद्य उत्पादों के कारोबार में प्रवेश किया। कंपनी ने अत्याधुनिक डेयरी प्रसंस्करण सुविधा की स्थापना की है, जिसमें वर्तमान में दूध के रख-रखाव की 50,000 एलपीडी (लीटर प्रतिदिन) की क्षमता है। इसे दूध की क्षमता लगभग 50,000 लीटर प्रति दिन (एलपीडी) है, इसे 100 किलोलीटर प्रतिदिन तक बढ़ाने की गुंजाइश है। रुफिल ने खरीद से लेकर प्रसंस्करण तक की प्रक्रिया में कड़े गुणवत्ता मानकों और जांचों को लागू किया है। रुफिल ने सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले 100 फीसदी शुद्ध कच्चे दूध की खरीद के लिए किसानों का एक मजबूत नेटवर्क स्थापित किया है।
कंपनी विशेष उपकरणों का उपयोग करके और बीएमसी मॉडल को अपनाते हुए अपने दूध को एकदम ताजा बनाए रखती है।
रुफिल की एक प्रमुख ताकत दूध खरीद (संग्रह) प्रणाली है। अपने केंद्र पर एकत्रित होने वाले दूध की हर बूंद मिलावट से मुक्त हो, यह सुनिश्चित करने के लिए रुफिल ने किसी भी मशीन या सिस्टम को खरीदने में संकोच नहीं किया है। दूध को रुफिल सेंटर में लाने वाले प्रत्येक किसान को पहले अपने दूध के नमूने को विशेष परीक्षण मशीनों के माध्यम से परीक्षण करवाना होता है और यहां क्लीयर होने के बाद ही उसका दूध स्वीकार किया जाता है। यह एक दैनिक प्रक्रिया है और तकनीक की मदद से रुफिल लगातार पूरी प्रक्रिया की ऑनलाइन निगरानी करता है। इस प्रकार जो दूध इकट्ठा किया जाता है वह शुरुआती बिंदु से लेकर आखिर तक 100 फीसदी सुरक्षित और शुद्ध होता है।
इसके अलावा रुफिल ने श्रमिकों की स्वच्छता और साफ-सफाई को लेकर भी सख्त नीति बनाई है और अंतरराष्ट्रीय विनिर्माण मानकों के अनुरूप कारखाने में विशेष स्वच्छता क्षेत्र बनाए हैं। कारखाने को डेयरी, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल पृष्ठभूमि वाले स्विस विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया है और इस तरह जयपुर में एक अत्याधुनिक सुविधा बनाने में मदद मिली है।