हिमाचल के भाखड़ा बांध से छोड़ा गया 50 हजार क्यूसेक पानी, हाई अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों से बारिश जमकर कहर बरसा रही है, जिससे कई जगहों पर पानी भर जाने और भूस्खलन के बाद कई मार्ग बाधित हैं. वहीं बीते शनिवार को भाखड़ा डैम चारों फ्लड गेट खोल दिए गए और गोविंद सागर झील से 50000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, अभी भाखड़ा डैम का जलस्तर 1674 फीट है, जोकि 1682 फीट तक बढ़ाया जा सकता है. ऐसे में पंजाब में कहीं न कहीं यह पानी बाढ़ के हालात निर्मित कर सकता है और यही कारण है कि सतलुज दरिया के किनारे बसे पंजाब के गांवों में डर का माहौल है.
भाखड़ा डैम के चारों फ्लड गेट खोले जाने के बाद सतलुज दरिया के आस-पास बसे गांवों के लोगों को चौकन्ना रहने के लिए कहा गया है. बता दें अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है, जिससे बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है. ऐसे में प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सतलुज के आस-पास बसे गांवों के लोगों को चोकन्ना रहने की हिदायत दे दी गई है. वहीं हिमाचल के मंडी में व्यास नदी में पानी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है. व्यास नदी का पानी खतरे के निशान तक पहुंच चुका है, जिसके चलते मंडी के लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की आशंका के चलते प्रदेश के कुछ जिलों में रेड अलर्ट भी जारी किया जा चुका है, जिनमें ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, चंबा और मंडी शामिल हैं. मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के मुताबिक यहां 100 मीटर से भी अधिक बारिश हो सकती है, जिसके चलते यहां काफी खराब हालात बन सकते हैं. ऐसे में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन को गंभीर परिस्थितियों के लिए तैयार रहने को कहा है. साथ ही विभाग ने सभी स्थानीय लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए भी कहा है.