आयुर्वेद के अनुसार जानें जायफल के असरदार फायदे और नुकसान

अगर आप अपनी जिंदगी को आनंदपूर्ण बनाना चाहते हैं तो किचन में मौजूद इस जायफल नाम के मसाले की अहमियत को समझ लें। ये सिर्फ जायके के लिए ही नहीं बल्कि अपने चमत्कारिक औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। समस्या चाहे त्वचा से संबंधित हो या सेहत से, जायफल में हर वो गुण मौजूद है, जो इन सभी समस्याओं का समाधान करता है। तो आइए जानते हैं जायफल के अद्भुत फायदों के बारे में और उससे जुड़े कुछ घरेलू उपाय भी…

जायफल एक ऐसी जड़ी बूटी है, जो कई समस्याओं में बेहद लाभदायक साबित हुई है। आयुर्वेद के अनुसार जायफल एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।

जायफल के फायदे

भूख बढ़ाना

जायफल सुगन्धित, दीपक, वायुनाशक, उत्तेजक, पौष्टिक और वाजीकरण होता है। यह आमाशय को उत्तेजना देकर आमाशय में पाचक रस को बढ़ाता है जिससे पाचनक्रिया में सुधार होता है और भूख बढ़ाती है। जब ये आंतो में जाता है तब वायु को गुदा द्वार से ख़ारिज करता है।

मुंह के छाले

ताजे जायफल के रस को पानी में मिलाकर नित्य सुबह शाम कुल्ला करने से मुंह के छाले मिट जाते है।

हैजा

ठन्डे पानी में जायफल को घिसकर पिलाने से हैजे के रोगी की प्यास मिट जाती है और उसे आराम मिलता है।

अतिसार

बड़े जायफल को एक छोटा छेद करके उसमे अफीम भरकर उस छेड़ को बुरादे से बंद कर उस पर गीला आटा लपेट कर भूभल में दाब देना चाहिए। उसके पश्चात् उसका आटा हटा कर उसे पीसकर गोलियां बना ले। उन गोलियों को 2 से 3 ग्राम तक की मात्रा में देने से अतिसार मिटता है।

जी मिचलाना

जातिफल को ठन्डे पानी में घिसकर पिलाने से जी मिचलाना बंद हो जाता है।

मंदाग्नि

जायफल चूर्ण को शहद के साथ देने से रोगी की पाचन शक्ति मंद पड़ जाना, भूख कम लगना और खाई हुई चीज जल्दी हजम नहीं होने की सब समस्याओं को दूर करता है।

अनिद्रा

एक गिलास दूध में आधे चम्मच जायफल का चूर्ण डालकर पीते है तो ये मन को शांत करके अच्छी नींद लाती है। ये चिंता, अवसाद और तनाव को दूर करने में बहुत लाभदायक है।

दांत के दर्द

आजकल दांत में कीड़े लग जाना या दांत में दर्द होना आम बात है इसमें जायफल के तेल दांत के दर्द में बहुत लाभदायक होता है। बहुत से टूथपेस्ट में जायफल और दालचीनी मिलाकर आते है।

आँखों के रौशनी

जातिशा को शुद्ध पानी घिसकर लेप बना ले इसको आँखों के चारो तरफ लगाने से आप के आँखों के रौशनी में बढ़ोत्तरी होती है।

सर्दी खांसी

एक साल से बड़े बच्चो के लिए जायफल उपयोग किया जा सकता है। सर्दी खांसी में जायफल को घिस कर शहद में या माँ के दूध में मिलाकर पिलाने से बहुत फायदा होता है।

जायफल से नुकसान

जायफल की ज्यादा मात्रा में सेवन करना हानिकारक होता है। इससे घबराहट, चक्कर आना, जी मिचलाना या उलटी हो सकता है।

गर्भवस्था में जायफल का सेवन नहीं करना चाहिए इससे पेट ने पल रहे बच्चे को नुक्सान हो सकता है।

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