एयर इंडिया को बेचने की सरकार ने कर ली पूरी तैयारी, बिक्री के बाद हो जाएगी कंपनी से अलग

कर्ज में डूबी सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को बेचने के लिए सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है। गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मंत्रियों का समूह एयर इंडिया का कर्ज चुका दिए जाने लायक रिजर्व प्राइज तय करेगा। इसके साथ ही मंत्रियों का यह समूह कंपनी के विक्रय से संबंधित कई और मुश्किलों पर मंथन करेगा। इनमें कंपनी के कर्मचारियों की सेवा से संबंधित तकनीकी समस्याओं का निपटारा भी होगा। न्यूज एजेंसी आइएएनएस के अनुसार, कंपनी के रिटायर्ड या जल्द रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों को दी जा रही मेडिकल सुविधाओं को लेकर भी किसी नतीजे की तलाश की जाएगी।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सरकार एयर इंडिया की बिक्री के लिए जरूरी प्रावधानों को सुनिश्चत करने के बाद इससे पूरी तरह से अलग हो जाएगी। मंत्रियों के इस समूह में अमित शाह के अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कॉमर्स और रेल मंत्री पीयूष गोयल और नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी शामिल हैं।

बीते एक साल में देश का एविएशन माहौल बदल चुका है। निजी विमानन कंपनी जेट एयरवेज के 18 अप्रैल से परिचालन में नहीं रहने के चलते भी चीजें बदली हैं। सेंटर ऑफ एशिया पैसेफिक एविएशन के सीईओ कपिल कौल के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल चीजें सकारात्मक हैं। अगर कंपनी की कुछ मूलभूत समस्याओं को दूर कर दिया गया तो निश्चित तौर पर निवेशक इसमें रुचि दिखाएंगे।

पिछली कोशिश रही थी नाकाम

इससे पहले मोदी सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में भी एयर इंडिया को बेचने का प्रयास किया था। लेकिन तब सरकार अपने प्रयास में सफल नहीं हो सकी थी। उस समय कच्चे तेल की कीमतें काफी ऊपर थीं और डॉलर के मुकाबले कमजोर रुपये के चलते निवेशकों ने इसे खरीदने को लेकर कोई उत्साह नहीं दिखाया था। उस दौरान एक भी निवेशक आगे नहीं आया था।

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