KGMU में नशे में धुत जूनियर डॉक्टर की घिनौनी हरकत, किशोरी की अस्मत पर डाला हाथ
केजीएमयू की सुरक्षा पर जूनियर डॉक्टर की हरकत ने ही सवाल खड़े कर दिए। इस डॉक्टर की नीयत ही कैंसर मरीज की तीमारदार किशोरी पर खराब हो गई। फिर क्या, सारी मर्यादाएं लांघते हुए वार्ड में ठहरी किशोरी को दवा के बहाने अपने कमरे में बुला लिया और गलत हरकतें शुरू कर दीं। किसी तरह किशोरी भाग कर वह बाहर आई। उसे बदहवास देख लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। विवाद बढऩे पर आरोपित डॉक्टर ने भी गलती मानने के बजाए उल्टे अभद्रता शुरू कर दी। उधर, जानकारी के बावजूद केजीएमयू प्रशासन मामले को दबाए रहा।
केजीएमयू के शताब्दी-फेज टू के भूतल पर रेडिएशन आंकोलॉजी का विभाग है। यहां के वार्ड में कैंसर पीडि़तों को भर्ती कर इलाज किया जाता है। वार्ड में भर्ती मरीज के साथ उसकी देखरेख के लिए 16 वर्ष की बेटी ठहरी थी। तीमारदारों के मुताबिक, मंगलवार रात एक जूनियर डॉक्टर ने शराब के नशे में धुत था। उसने किशोरी को बैठे देखा तो दवा के बहाने अपने कमरे में बुला लिया। यहां गलत हरकत शुरू कर दी। किशोरी रेजीडेंट की नीयत देख वार्ड में चीखते हुए भागी। यहां भी रेजीडेंट डॉक्टर उसके पीछे-पीछे आ गया। उसने वार्ड में भी खुलेआम अभद्रता की। ऐसे में वार्ड में हंगामा खड़ा़ गया। नर्सिंग स्टाफ व गार्ड आ गए।
डॉक्टर को देख पीछे हटे गार्ड, तीमारदारों का हंगामा
किशोरी के साथ हुई घटना से तीमारदारों में आक्रोश फैल गया। हंगामे पर गार्ड पहुंचा मगर डॉक्टर का मामला देख वह चुपचाप देखता रहा। इस दौरान नर्सिंग स्टाफ ने बीच-बचाव किया। नशे में धुत डॉक्टर को समझाकर शांत कराया।
शिकायत पर मरीज को बाहर करने की धमकी
रात भर किशोरी डरी-सहमी रही। वह रोती रहीं। नर्सें उसको ढांढस बंधाती रहीं। उधर, शिकायत करने पर रेजीडेंट डॉक्टर ने मरीज का इलाज बगैर बाहर करने की धमकी दे दी। ऐसे में नर्सों ने बुधवार सुबह मामले की जानकारी वरिष्ठ चिकित्सकों को दी। वहीं, पीडि़ता शिकायत की हिम्मत नहीं जुटा सकी।
पहले भी कर चुका है ऐसी हरकत
चर्चा है कि यह रेजीडेंट डॉक्टर विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक का खास है। ऐसे में उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पाता। बेलगाम डॉक्टर खुलेआम महिलाओं की अस्मिता पर हाथ डालने से नहीं चूकता। उसे पहले भी बुद्धा हॉस्टल में भी नशे में पकड़ा गया था। यहां भी उस पर गलत हरकत करने के आरोप हैं।
मामला बढ़ा, तो जांच का दावा
दरअसल, रेडियोथेरेपी विभाग में मंगलवार रात हुई घटना से गुरुवार तक एक्शन न लेना सवाल खड़े कर रहा है। वह भी तब जब मामला वरिष्ठ चिकित्सकों के संज्ञान में हो। गुरुवार को मामला बढऩे पर दोपहर बाद किशोरी से शिकायत ली गई। इसके बाद जांच के दावे किए गए। अब सच्चाई पता करने के लिए सीसीटीवी भी खंगाले जाएंगे।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
केजीएमयू केे प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि रेडियोथेरेपी विभाग के रेजीडेंट डॉक्टर के खिलाफ छेड़खानी की शिकायत गुरुवार को मिली है। ऐसे में मामले की जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।