चेतावनी बिंदु के समीप पहुंचा गंगा का जलस्तर, प्रति घंटे चार सेमी से बढ़ रहा जलस्तर
काशी में गंगा का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। शनिवार की सुबह आठ बजे तक प्रति घंटे चार सेमी की रफ्तार से बढ़कर गंगा का जल स्तर 69.57 मीटर तक पहुंच गया है। यही गति शनिवार को दिन चढ़ने तक बरकरार रही। अगर यही रफ्तार रही और स्थिर नहीं हुई तो रात तक गंगा वाराणसी में चेतावनी बिंदु को पार कर सकती हैं।
इसको लेकर प्रशासन ने घाटों पर चेतावनी जारी कर स्नानार्थियों एवं श्रद्धालुओं को सतर्क कर दिया है। साथ ही नौकायन भी बंद कर दिया गया है। घाटों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। गंगा एवं पलट प्रवाह की जद में आई वरुणा के निचले हिस्सों के कई घरों में पानी घुसने लगा है। लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी भी करने लगे हैं।दरअसल मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के बाद चंबल सहित कई अन्य नदियों का पानी छोड़ा गया था जो यमुना में मिलने के बाद गंगा के जलस्तर को प्रयागराज में मिलने के बाद बढाए हुए है। अब यही पानी गंगा के रास्ते पूर्वांचल में चिंता का सबब बना हुआ है।
दो दिन से बढ़ रहा था जलस्तर
बुधवार की शाम से ही गंगा का जल स्तर बढ़ रहा है, लेकिन उस दिन रफ्तार कम थी। गुरुवार को बढ़ाव की रफ्तार प्रति घंटे छह सेमी हो गई, सुबह जहां यहां पर गंगा का जल स्तर 66.84 मीटर ही था वहीं शाम सात बजे तक यह आंकड़ा 67.72 मीटर तक तक पहुंच गया था। इसके बाद शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक बढ़ कर यह आंकड़ा 68.64 मीटर हो गया। वहीं शाम छह बजे तक गंगा 69 मीटर के ऊपर बहते हुए 69.06 मीटर पर आ गईं। वैसे इस साल सबसे अधिक 21 अगस्त को 69.97 मीटर तक जल स्तर पहुंचा था। इसके कारण सामनेघाट पुराना पुल, सरैया शैल पुत्री, नखी घाट आदि इलाकों में पानी घुस गया था। नदी किनारे कालोनियों में बसे लोगों की धुकधुकी भी बढ़ गई है। प्रशासन की ओर से चेतावनी भी जारी कर दी गई है। घाटों पर दुकानें भी हटा ली गई है। गंगा शहजापुर, फाफामऊ, प्रयागराज, सीतामढ़ी, मीरजापुर, गाजीपुर एवं बलिया तक बढ़ रही हैं। बलिया में गंगा खतरे के निशान को पार गईं हैं।