कांप उठी देवभूमि उत्तराखंड की धरती, पिथौरागढ़ में भूकंप के बाद अफरातफरी; घरों से बाहर निकले लोग
सीमांत पिथौरागढ़ जिले की धरती सोमवार को भूकंप के झटके से हिल गई। रात आठ बजकर चार मिनट पर पूरे जिले झटका महसूस किया गया। बता दें कि उत्तराखंड राज्य भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील है। अब हाल ही में चमोली में 12 सितंबर को भूकंप के झटके महशूस हुए थे। सूबे में अक्सर उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में भूकंप का झटके आते रहते थे हैं।
जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार पिथौरागढ़ में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने में 4.3 मैग्नीट्यूट थी। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर और केंद्र भारत से लगे नेपाल का रौतसेला क्षेत्र बताया जा रहा है। जिला प्रशासन के अनुसार भूकंप से किसी तरह के नुकसान की सूचना नही है। इधर, आपदा प्रभावित क्षेत्र तल्ला जोहार में लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए।
गौरतलब है कि आपदा के बाद अब चमोली के लोग भूकंप की दहशत में हैं। बीती 12 सितंबर की आधी रात को यहां भुकंप के झटके महसूस किए गए। इससे लोग घरों से बाहर निकल गए। हालांकि, कहीं से कोई नुकसान की सूचना नहीं था। बरासत से ही चमोली जिले के लोग भूस्खलन और आपदा से बेहाल हैं। इस बार बारिश ने रौद्र रूप धारण किया और जिले में कई स्थानों पर कहर बरपा। वहीं, संपर्क मार्ग भी ध्वस्त हो गए हैं।
बारिश कम हुई तो अब लोग भूकंप से फिर दहशत में आ गए। 12 सितंबर की आधी रात के बाद करीब दो बजकर 22 मिनट पर चमोली जिले के लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। लोग नींद से जाग उठे को घर से बाहर सुरक्षित स्थान की तरफ दौड़ लगा दी। रात को आए इस भूकंप की तीवत्रा 3.6 आंकी गई है। वहीं, भूकंप का केंद्र चमोली था। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि भूकंप से कोई नुकसान की सूचना नहीं है।