जब पीएम मोदी ने कहा- दुनिया जानती है कि 9/11 और 26/11 के साजिशकर्ता कहां पाए जाते हैं

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से पहले ह्यूस्टन में मेगा शो के लिए सजा मंच पाकिस्तान के लिए सख्त नसीहत का माध्यम बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि जो खुद अपना देश नहीं संभाल पा रहे हैं, उन्हें कश्मीर पर भारत के बड़े फैसले (अनुच्छेद 370 की समाप्ति) पर दिक्कत हो रही है।

मोदी ने कहा कि यह आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का वक्त है और मैं जोर देकर कहना चाहता हूं कि ट्रंप इस लड़ाई में हमारे साथ खड़े हैं। उन्होंने ट्रंप के इस समर्थन के लिए स्टेडियम में मौजूद लोगों से खड़े होकर तालियां भी बजवाई। इससे पहले ट्रंप ने भी कट्टर इस्लामिक आतंकवाद को दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए, उससे मिलकर लड़ने का आह्वान किया और जोर देकर कहा कि भारत और अमेरिका को अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए हर कदम उठाने का अधिकार है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ह्यूस्टन में टेक्सास इंडिया फोरम की तरफ से आयोजित ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे।

यहां एनआरजी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में 50,000 से ज्यादा भारतवंशी अमेरिकी जुटे थे। मंच भले ही अमेरिका का था, लेकिन यहां मेजबानी भारत कर रहा था। मोदी ने खुद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत किया और उन्हें मंच तक ले गए। मोदी ने कहा कि ट्रंप को इस दुनिया का हर व्यक्ति जानता है। दुनिया के किसी भी कोने में होनी वाली राजनीतिक चर्चा में उनका नाम शामिल रहता है। इसके बाद ट्रंप ने भी मोदी का धन्यवाद किया और भारत के विकास की दिशा में मोदी के योगदान को जमकर सराहा।स्वागत संबोधन और ट्रंप के विचार रखने के बाद दोबारा मंच संभालने पहुंचे मोदी पूरे उत्साह से लबरेज दिख रहे थे।

उन्होंने पहले विकास के रास्ते पर बढ़ रहे भारत की सुनहरी तस्वीर का खाका खींचा, फिर कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और उस पर पड़ोसी देश के तिलमिलाने का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने के सरकार के फैसले को देश में दोनों सदनों में दो तिहाई समर्थन मिला। यह समर्थन उस स्थिति मंे मिला, जबकि राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है। मोदी ने इस कदम का समर्थन करने वाले सांसदों के सम्मान में उपस्थित लोगों से खड़े होकर ताली बजाने को भी कहा।मोदी पड़ोसी देश पर जमकर बरसे।

उन्होंने कहा, ‘इन लोगों ने भारत के प्रति दुश्मनी को ही अपनी राजनीति का तरीका बना लिया है। अमेरिका में 9/11 का हमला हो या मुंबई में 26/11 का हमला, दुनिया जानती है कि इसके साजिशकर्ता कहां पाए जाते हैं। ऐसे लोगों की पहचान आप ही नहीं, पूरी दुनिया जानती है।’ मोदी ने आतंकवाद से मिलकर लड़ने की अपील की और इस दिशा में अमेरिका के साथ के लिए धन्यवाद भी दिया।

रक्षा क्षेत्र में परवान चढ़ेगी दोस्ती

कार्यक्रम में उपस्थित अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के विकास में भारतवंशियों के योगदान को जमकर सराहा। साथ ही भारत के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ करने का एलान भी किया। टं्रप ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच नई रक्षा साझेदारी होगी। उन्होंने कहा, ‘हम कट्टर इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से अपने निर्दोष लोगों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत-अमेरिका समझते हैं कि अपने लोगों की रक्षा के लिए अपनी सीमाओं की सुरक्षा जरूरी है।’ ट्रंप का यह बयान भी पाकिस्तान के लिए ही संदेश है। ट्रंप ने जल्द ही दोनों देशों के बीच कई अहम रक्षा सौदों को मूर्त रूप देने की बात भी कही।

आर्ट ऑफ द डील के माहिर ट्रंपअपने संबोधन में मोदी ने कहा कि ट्रंप मुझे टफ नेगोशिएटर कहते हैं और मैं कहता हूं कि ट्रंप खुद आर्ट ऑफ द डील के माहिर हैं। कार्यक्रम के समापन के बाद ट्रंप ने ट्वीट किया कि अमेरिका भारत से प्यार करता है।

अबकी बार, ट्रंप सरकार

भारत के चुनावों में मशहूर हुए नारे ‘अबकी बार, मोदी सरकार’ की तर्ज पर प्रधानमंत्री ने ह्यूस्टन में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के अगले चुनावों में ट्रंप की जीत की कामना करते हुए ‘अबकी बार, ट्रंप सरकार’ का नारा दिया। मोदी के इतना कहते ही पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा।

नया भारत विकास के लिए अधीर

मोदी ने कहा कि भारतवासियों को उनके धैर्य के लिए जाना जाता है, लेकिन नया भारत विकास और तरक्की के लिए अधीर है। भाषण के अंत में मोदी ने अपनी लिखी कविता भी पढ़ी। जिसके बोल थे, ‘वो जो मुश्किलों का अंबार है, वही तो मेरे हौसलों की मीनार है।’

दो दोस्तों की अद्भुत केमिस्ट्री’

हाउडी मोदी’ के मंच पर मोदी और टं्रप के बीच दोस्ती की अद्भुत केमिस्ट्री भी देखने को मिली। जिस तरह से मोदी ने हाथ पकड़कर ट्रंप को मंच पर लोगों से रूबरू कराया, दो शासनाध्यक्षों के बीच ऐसा कम ही देखने को मिलता है। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद भी दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़े काफी देर तक लोगांे का अभिवादन करते रहे। इसे वैश्विक स्तर पर मोदी-ट्रंप के रोडशो की संज्ञा भी दी जा सकती है।

ट्रंप के लिए बोले मोदी

– आज हमारे बीच एक विशेष अतिथि (ट्रंप) हैं। वह किसी परिचय के मोहताज नहीं। पूरी दुनिया उन्हें जानती है। अमेरिका का सबसे बड़ा पद हासिल करने से पहले ही लोग उन्हें जानते थे। इस ग्रह का हर व्यक्ति उन्हें जानता है।

– सीईओ से लेकर कमांडर इन चीफ तक, स्टूडियो से लेकर वैश्विक स्तर तक, राजनीति से लेकर अर्थव्यवस्था और सुरक्षा तक अमेरिकी राष्ट्रपति ने गहरा असर डाला है।

-राष्ट्रपति ट्रंप, ह्यूस्टन की इस सुबह आप दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों की दोस्ती की धड़कन सुन सकते हैं। -ह्यूस्टन से लेकर हैदराबाद तक, बोस्टन से बेंगलुरु तक, शिकागो से शिमला तक और लास एंजिलिस से लुधियाना तक लोग ही हमारे रिश्तों के केंद्र में हैं।

ट्रंप ने भी दिखाई गर्मजोशी

-भारत में मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से जो आर्थिक सुधार किए गए हैं वे बेहद अहम हैं। इनकी बदौलत तीस लाख से ज्यादा लोग गरीबी की रेखा से बाहर आए हैं।

-मोदी को पिछले चुनाव में ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई। मैं अमेरिका के सबसे महान मित्रों में से एक के साथ यहां खड़े होकर रोमांचित महसूस कर रहा हूं। उन्हें जन्मदिन की भी बधाई।

– आज अमेरिका और भारत के रिश्ते जिस ऊंचाई पर हैं, उतने ऊंचे कभी नहीं रहे। हम अपने साझा संबंधों का जश्न मना रहे हैं।

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